ऊर्जा स्रोतों की पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए विश्वविद्यालयों को आगे आना चाहिए : उपराष्ट्रपति

नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने देश की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूत अनुसंधान एवं विकास प्रयासों के माध्यम से देश में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने का आह्वान किया।
देश के ऊर्जा मिश्रण में आत्मनिर्भरता का आह्वान करते हुए, उन्होंने पेट्रोलियम की घरेलू खोज को बढ़ाने, नवीकरणीय स्रोतों की पूरी क्षमता का उपयोग करने और ऊर्जा उद्योग में उत्कृष्टता तथा नवाचार के लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया।
यह देखते हुए कि भारत कच्चे तेल का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश होने के बावजूद अपनी 80 प्रतिशत से अधिक जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर है। उन्होंने न केवल विदेशी मुद्रा बचाने के लिए बल्कि ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी उत्पादन बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन लाइसेंसिंग पॉलिसी (एचईएलपी) जैसे विभिन्न नीतिगत सुधारों का उद्देश्य नए तलछटी घाटियों में खोज कार्य में बढोत्तरी करना है।
उपराष्ट्रपति भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान (आईआईपीई) विशाखापत्तनम में पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह संस्थान पेट्रोलियम अनुसंधान के लिए एक समर्पित विश्वविद्यालय है और इसे 2017 में संसद के एक अधिनियम के माध्यम से राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में मान्यता दी गई थी।