प्रसिद्ध लेखक श्री गौतम सिंह पटेल जी की कृति साध्वी शान्ता देवी पुस्तक का विमोचन प्रसिद्ध तपोभूमि बाबाधाम के महायोगी श्री सत्यनारायण बाबा जी के करकमलों से सम्पन्न हुई
“प्रखरआवाज@न्यूज”
सारंगढ़ सालर न्यूज/ नवीन जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ तहसील सारंगढ़ के ग्राम पंचायत सालर के प्रसिद्ध लेखक श्री गौतम सिंह पटेल जी की कृति “साध्वी शान्ता देवी” पुस्तक का विमोचन दिनांक 25 दिसम्बर 2022 को कोसमनारा रायगढ़ के प्रसिद्ध तपोभूमि बाबाधाम मे महायोगी श्री सत्यनारायण बाबा जी के करकमलों से हुई। श्री पटेल जी ने अपनी बोधपूर्वक प्रयत्न से तथ्यों का संकलन कर सूक्ष्म ग्राही बुद्धि से उनका निरिक्षण विश्लेषण कर ”साध्वी शान्ता देवी ” साहित्य की रचना की है। जो परम् अलौकिक है। साध्वी शान्ता देवी,चक्रवर्ती महाराज दशरथ और महारानी सुमित्रा की प्रथम संतान है। महाराज दशरथ ने राजकुमारी शान्ता को अपने बालसखा, अंगदेश के राजा रोमपाद, और वर्षिणी को निःसंतान होने के कारण गोद दे दिया था। इसलिए शान्ता, राजा रोमपाद व वर्षिणी की दत्तक पुत्री है सनातन धर्म के अनुसार 16 संस्कारो का उल्लेख किया गया है। जो मानव को उसके गर्भाधान से लेकर अन्त्येष्ठी क्रिया तक किये जाते है। छत्तीसगढ़ की जीवन रेखा कहे जाने वाली महानदी का उदगम शांन्ता देवी के पति महर्षि श्रृंग के जल कमण्डल से हुई है इसका भी सुन्दर वर्णन किया गया है। अन्य कथाओ मे - महाराज दशरथ का तीनो रानीयों - कौसल्या, सुमित्रा, कैकेयी के साथ विवाह, जलवृष्टि यज्ञ, पुत्रेष्ठी यज्ञ, श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघन का जन्म, रामायण कालीन नारी शिक्षा, शान्ता सीता मिलाप, सीता के कर कमलो से रामेश्वरम स्थापना, सुतिकागार मे सीता (लव, कुश का जन्म ) महानदी के जनक ऋषि श्रृंग।, पति संग अंतिम प्रयाण आदि कथाओ का विस्तृत वर्णन किया गया है। "साध्वी शान्ता देवी" साहित्य पटेल जी की 18वी दिव्य, व अनोखी रचना है। अभी तक पटेल जी की कुल 18 पुस्तको का विमोचन हो चुकी है। इनकी सभी रचनाये, धर्मशास्त्रीय, व शोधात्मक है। अपनी अनोखी रचनाओ के लिए लेखक गौतम सिंह पटेल जी राष्ट्र स्तर ख्याति प्राप्त कर कई सम्मान व पुरस्कार से नवाजे जा चुके है। कार्यक्रम में मुख्य रुप से बाबाधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री मुकेश शर्मा, SDM रायगढ़ श्री गगन शर्मा , SDM घरघोड़ा श्री रोहित कुमार सिंह,श्री गौतम सिंह पटेल, , श्री निराकार पटेल, श्री आनंद बरिहा, श्रीमती पुष्पा बरिहा पुत्र दिव्यांश बरिहा बाबा धाम के सहयोगी बाबा जी उपस्थित रहे।