श्रीमद् भागवत कथा: – भागवत कथा में भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ, नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की…… से गूंजा पंडाल
“प्रखरआवाज@न्यूज”
ग्राम टाड़ीपार मैं संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में सोमवार को वृंदावन से पधारे सुश्री कथा वाचिका देवी अनीता रक्षा जी के मुखारविंद से प्रभु की अमर माई कथा का चतुर्थ दिवस में उमड़ी भक्तों की भीड़ पंडाल पड़ा छोटा सुश्री देवी अनीता रक्षा जी ने सत्संग की महिमा को बताते हुए कहा कि एक क्षण का पूरे भाव से किया गया सत्संग हमारे कई जन्मों के पापों को नष्ट कर देता है जैसे बरसों से कमरे में व्याप्त अंधकार को नष्ट करने के लिए एक दीपक ही काफी होता है !देवी अनीता रक्षा जी ने भगवान विष्णु के राम अवतार कृष्ण अवतार व वामन अवतार की लीला के बारे में विस्तार पूर्वक बताया कि जब जब धरा पर अत्याचार, दुराचार पाप बढ़ता है तब तब प्रभु का अवतार होता है । प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। मथुरा में राजा कंस के अत्याचार से व्यथित होकर धरती की करुण पुकार सुनकर नारायण ने कृष्ण रूप में देवकी के अष्टम पुत्र के रूप में जन्म लिया और धर्म और प्रजा की रक्षा कर कंस का अंत किया। उन्होंने कहा कि जीवन में भागवत कथा सुनने का सौभाग्य बड़ा दुर्लभ है। जब भी हमें यह अवसर मिले, इसका सदुपयोग करना चाहिए। कथा का सुनना तभी सार्थक होगा, जब उसके बताए मार्ग पर चलकर परमार्थ का काम करेंगे। देवी अनीता रक्षा जी ने भगवान श्रीकृष्ण के गोकुल में आनंद भयों जय कन्हैयालाल की हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैयालाल की सहित अनेक भजन सुनाकर श्रद्धालुओं को आनंदित कर दिया कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान भगवान कृष्ण व वासुदेव जी संजीव झांकी से श्रोताओं का मनमोह लिया। श्रोताओं ने भगवान का पूजन कर ने माखन मिश्री का भोग लगाया। इस मौके पर महिला पुरूषों ने नंदोत्सव पर जमकर नृत्य किया आयोजकों ने भगवान कृष्ण के बालरूप की आरती उतार कर मिठाई, फल, फूल बांटकर उत्सव मनाया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला पुरूष मौजूद थे।