सारंगढ़ शास कॉलेज में शहीद नंद कु पटेल के जन्मजयंती पर संपन्न हुई संगोष्ठी सभा
“प्रखरआवाज@न्यूज़”
महाविद्यालय में लगेगी शहीद नंद कु पटेल की प्रतिमा – गोल्डी नायक
नंदेली के नंदन, बोधन गौटिया से लेकर शहादत तक की सफर पर हुई चर्चा,,,,,
डॉ डी आर लहरें प्रचार्य, संजय दुबे जन भागी अध्यक्ष, गोल्डी नायक सदस्य, प्रसन्ना शर्मा, लोकेश्वर पटेल ने रखे विचार
छात्रों ने पूछा कैसे कर लेते थे इतना कार्य और लोगों से प्रेम,,,,
सारंगढ़ न्यूज़/ छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र खरसिया के ग्राम नंदेली के नंदन छत्तीसगढ़ के स्वप्न दृष्टियां हर किसी को अपना बना लेने वाले परम श्रद्धेय शहीद नंदकुमार पटेल (पूर्व गृह मंत्री छग शासन) के जन्म जयंती पर पंडित लोचन प्रसाद पांडेय शासकीय महाविद्यालय प्रशासन एवं जनभागीदारी समिति द्वारा छात्रों के बीच संगोष्ठी सभा का आयोजन किया गया, जहां शहीद नंद कुमार पटेल जी से जुड़े उनके बाल्यकाल उनकी युवास्था और उनके जीवन से जुड़े विशेष पहलुओं पर जानकारों ने अपने विचार रखे और छात्र छात्राओं को बताया कि शहीद नंद कुमार पटेल जी कौन थे, उन्होंने क्या किया कि आज आप और हम और पूरा छत्तीसगढ़ उनको स्मरण कर रहा है। उनके नाम से क्यों हमारे नवीन विश्वविद्यालय रायगढ़ का नाम कैसे जुड़ा, प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश नंदकुमार पटेल ने अपने वैभव जीवन का त्याग कर क्यों शहीद नंदकुमार पटेल के आदर्शों विचारों और उनके स्वप्न को परिपूर्ण करने के लिए कार्य पथ पर अग्रसर है ? शहीद नंद कुमार पटेल जी को छत्तीसगढ़ के स्वप्न दृष्टा ही नहीं अपितु सारंगढ़ जिला निर्माण का जनक क्यों कहा जा रहा है ? उक्त विषयों और विचारों से आज उपस्थित जन, जनभागीदारी समिति, प्रोफेसर स्टाफ के साथ छात्र-छात्राओं को भी संगोष्ठी के माध्यम से जानकारी दी गई।
सर्वप्रथम प्राचार्य डॉ डी आर लहरें, संजय दुबे जनभागीदारी अध्यक्ष, समिति सदस्य गोल्डी नायक संपादक, श्रीमती अनीका विनोद भारद्वाज सभापति जिला पंचायत, रामनाथ सीदार नपा उपा, अपनी चंद्रा अधिवक्ता, कमल कांत यादव, प्रकाश तिवारी, विनोद भारद्वाज, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राजेंद्र बारे, जितेन पुराईन पूर्व सचिव अरुण निषाद पत्रकार के द्वारा शहीद नंदकुमार पटेल जी की प्रतिमा में दीप प्रज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित की गई। प्रोफेसर स्टाफ एनएसएस और एनसीसी के छात्रों ने अतिथियों का माल्यार्पण कर अभिवादन किया।
प्रोफेसर उसतराम पटेल ने मंच संचालन करते हुए शहीद नंद कुमार पटेल जी के विषय पर संगोष्ठी सभा प्रारंभ की सर्वप्रथम जनभागीदारी अध्यक्ष संजय दुबे ने कहा 80 के दशक में हमारे प्रिय नेता शहीद नंद कुमार पटेल जी के साथ मै सरपंच रहते हुए कार्य किया और जिले के सारे सरपंचों में वह आइडियल थे उनकी कार्य करने की क्षमता उनके द्वारा ग्राम पंचायतों में विकास विस्तार व निर्माण कार्य को पूरे पूरे प्रदेश में सराहा गया, उसके बाद कांग्रेस संगठन में उन्हें महती जवाबदारी मिलती गई और संगठन से जुड़कर हमने उनके साथ कार्य भी किया और बहुत कुछ सीखने को मिला। खासकर व्यवहार कुशल होना और अनुशासित रहना सादगी पूर्ण जीवन दूसरों के लिए रोल मॉडल बनता गया जिनके कुछ बातों को मैंने आज ही अपने जीवन में अनुसरण किया है। मैं कांग्रेस का वरिष्ठ होने के नाते इस बात का भी गवाह हूं कि उन्होंने सारंगढ़ जिला निर्माण की परिकल्पना की हर सड़क के आंदोलन में साथ रहे और उन्होंने परिवर्तन यात्रा के सारंगढ़ पहुंचते ही मंच में वादा किया कि जब भी जिला बनेगा कांग्रेस की सरकार आने पर सारंगढ़ जिला अवश्य बनेगा आप सबकी कुर्बानी और प्रयास व्यर्थ नहीं जाने दी जाएगी यह मेरा वादा है। नंदकुमार हमेशा हमारे बीच रहेंगे।
तत्पश्चात जनभागीदारी समिति के सदस्य नंदकुमार पटेल के कट्टर समर्थक रहे जिला कांग्रेस के महामंत्री गोल्डी नायक ने कहा नंद कुमार पटेल प्रारंभ से ही छत्तीसगढ़ एवं छत्तीसगढ़ की जनता के लिए स्वप्न देखे थे, संगठन में जुड़े हर कार्यकर्ता के साथ एक जैसा व्यवहार कर सम्मान देते थे, आज भी हर कार्यकर्ता को यह लगता है कि मैं स्वयं नंद कुमार पटेल हु। उन्होंने ग्रामीण विकास और शिक्षा को महत्व दिया, नंदेली का हाई स्कूल हो या फिर जिले और प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए अथक प्रयास उन्होंने किया। जब भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का सारंगढ़ दौरा होता था रायगढ़ जिले में विश्वविद्यालय शहीद नंद कुमार पटेल जी के नाम से खोलने की मांग हम करते रहे और सारंगढ़ के मंच में उन्होंने उक्त मांग को 1 वर्ष के भीतर पूर्ण कराने का आश्वासन दिया, नंद कुमार पटेल जी अपने जीवन में अनुशासित थे गांव के जनपद सदस्य से लेकर सरपंच, विधायक, मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तक का सफर उन्होंने तय किया। आज उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने उनकी परिकल्पना को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से उनके पुत्र प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश नंद कु पटेल जी अथक प्रयासरत है उन्होंने उनसे जुड़े सभी वरिष्ठ जन का सम्मान कर सारे कार्यकर्ताओं को एकजुट रखकर उनकी राजनीति और जनता के प्रति प्रेम भाव को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से शुभ सुविधा वैभव को छोड़कर राजनीति में उतरकर उनकी विरासत को संभाला, उनके कार्यों को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से जो बीड़ा उठाया है, उसकी जितनी सराहना की जाए उतनी कम है। जिस तरह शहीद नंद कुमार पटेल सारंगढ़ और सारंगढ़ कॉलेज के प्रति हमेशा स्नेहिल रहे ठीक उसी तरह उमेश पटेल भी सारंगढ़ और सारंगढ़ के शासकीय महाविद्यालय के लिए हमेशा तत्पर हैं शहीद नंद कुमार पटेल जी हमारे आदर्श रहे हैं, हमारे मार्गदर्शक रहे हैं हमारे हर विपत्तियों में ढाल के समान खड़े होकर उन्होंने हमारा साथ दिया है। ऐसे युगपुरुष को मेरा बार-बार नमन है। आप सब उनके बारे में और ज्यादा जाने जिस युग पुरुष के नाम से विश्वविद्यालय अंकित है उनके बारे में सारंगढ़ महाविद्यालय ही नहीं बल्कि हर महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को जानने और उनकी छवि ऐसी क्यों है ? वो इतने सुलझे हुए जनप्रिय नेता क्यों है ? क्यों विरोधी पार्टी भी उनका उतना ही सम्मान करती है ? उन्होंने छत्तीसगढ़ के लिए क्या स्वप्न देखा ? गांव गरीब और किसान के लिए उन्होंने क्या कुछ किया ? शिक्षा हो या चिकित्सा या फिर सुरक्षा हर क्षेत्र में उनकी क्या सोच रही ? नंदेली का नंदन गांव का बोधन गौटिया छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में गृह मंत्री कैसे बना ? यह सब आपको जाना चाहिए स्मरण करना चाहिए और उनके अच्छे कार्यों का आत्मसात कर उनके आदर्शों का पालन करना चाहिए। आज उनके जन्म जयंती पर महाविद्यालय परिसर में उनकी प्रतिमा स्थापना करने का पत्र महाविद्यालय प्रशासन और जनभागीदारी को सौंपता हु।
प्रोफेसर लोकेश्वर पटेल ने शहीद नंद कुमार पटेल जी की जीवनी जिसमें उनके जन्म से लेकर सहादत तक के सफर की गाथा को पढ़कर छात्रों के बीच रखा और उन्हें सादर नमन किया साथ ही उच्च शिक्षा मंत्री उमेश नंदकुमार पटेल जी के द्वारा शहीद नंद कुमार पटेल विश्वविद्यालय खोले जाने के लिए छात्रों की ओर से आभार जताया अध्यापक प्रश्न शर्मा जी ने शहीद नंद कुमार पटेल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मैं नंदेली ग्राम में रह रहा था नंदकुमार से जुड़े पुराने सभी लोग मुझ से परिचित हैं उन का सानिध्य प्राप्त हुआ उन्हें मैंने नजदीक से देखा और सुना है एक सरपंच से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और भी मंत्री तक का सफर वह भी राजनीतिक रूप से बिना कोई दाग लगे पूर्ण करना उन्हें महामानव की संज्ञा देता है उनके जीवन में अनुशासन महत्वपूर्ण था नंदेली में बोधन गोटिया के नाम से चर्चित नंदकुमार जी बहुत ही सुलझे हुए ग्रामीण परिवेश में रचे बसे किसानों के हितैषी समाज को साथ लेकर चलने वाले हर छोटे से छोटे कार्यकर्ता और जनता हित में सोचना सभी को समान रूप से प्यार देना सभी का आदर करने वाले जनप्रिय नेता थे। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ लहरी जी ने शहीद नंद कुमार पटेल को पुष्पांजलि देते हुए उन्हें नमन किया और कहां जनभागीदारी समिति के प्रस्ताव छात्रों की मांग और जन भावनाओं को देखते हुए मैं उक्त मांग पत्र पर अनुमति प्रदान करता हूं जल्द ही महाविद्यालय में शहीद नंदकुमार पटेल जी की मूर्ति स्थापित की जाएगी जनभागीदारी अध्यक्ष संजय दुबे ने उक्त मांगों को प्रस्तावित कर सभी से सहयोग की अपील की। कई छात्रों ने शहीद नंद कुमार पटेल से जुड़े कार्यों के बारे में पूछा अंतिम में प्रोफेसर लोकेश्वर पटेल ने सभी छात्र-छात्राओं प्राचार्य महादेव विद्यालय स्टाफ जनभागीदारी समिति जनप्रतिनिधि गण का आभार व्यक्त किया।