आखिर क्यों रहा सारंगढ़ शासकीय कॉलेज के जनभागीदारी समिति का बैठक हंगामेदार ?
प्रखरआवाज@न्यूज़
सारंगढ़ शास कॉलेज में 5 घंटे चली जनभागीदारी की हंगामेदार मैराथन बैठक
70 लाख रु में लगभग 15 लाख रु राशि के विकास कार्य अब तक प्रगति पर
कॉलेज विकास में लाखों रुपए के प्रस्ताव हुए पारीत, छात्र में कई निर्णय
सारंगढ़ न्यूज़/ सारंगढ़ पंडित लोचन प्रसाद पांडे शासकीय महाविद्यालय जो जनभागीदारी समिति के लाखो रु के राशि के प्रस्ताव से एवं शासकिय महाविद्यालय प्रशासन व जन प्रतिनिधियों के सहयोग से नैक मूल्यांकन ग्रेड पाने की ओर अग्रसर है। जिसमें छात्रहित और छात्र सुविधाओं को लेकर जनभागीदारी समिति की लगभग 5 घंटे निरंतर मैराथन बैठक चली। पूर्व में हुए प्रस्ताव और विभिन्न जानकारियों को लेकर मैराथन बैठक हंगामेदार रही। गौरतलब हो कि पूर्व में हुए प्रस्ताव और उनके कार्यों को लेकर जैसे ही बैठक प्राचार्य के अनुमति से प्रारंभ हुआ अध्यक्ष के प्रारंभिक उद्बोधन में सदस्यों द्वारा पूर्व बैठक में मांगी गई जानकारी प्रस्तुत करने की बात रखी गई। बैठक के विषयों पर सदस्यों ने बाद में चर्चा करने की बात कही और पहले पूर्व जानकारी प्रस्तुत करने की बात कही। महाविद्यालय में छात्रों से ली जा रही विभिन्न प्रकार की शुल्क जिसमें छात्र संघ, स्नेह सम्मेलन, महाविद्यालय विकास निधि, कॉमन रूम शुल्क, सारिरीक कल्याण शुल्क, युवा गतिविधि शुल्क, परिचय पत्र शुल्क, विश्वविद्यालय छात्र संघ शुल्क लिए जाने की पूरी जानकारी मांगी गई तथा उक्त शुल्क में आपत्ति दर्ज कर इन्हें संबंधित विश्वविद्यालय से कोरोना काल को देखते हुए छात्र हित में वापसी की मांग एवं प्रस्ताव की गई।
गौरतलब हो कि उक्त बैठक में अब तक सत्र 2022 तक लगभग 70 लाख रुपए की राशि जमा रहने तथा उसमें 15 लाख रुपए की राशि पूर्व प्रस्ताव के तहत व्यय किए जाने एवं छात्रहित एवं छात्र सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नए लाखों रु के विकास कार्य, निर्माण कार्य सामाग्री क्रय के प्रस्ताव पर समिति ने नए नियमों के तहत एकमत में प्रस्ताव पारित किया। उक्त राशि से किए गए कार्यों के लिए निगरानी समिति की देखरेख में कार्य होने, सामग्री क्रय होने और भुगतान किए जाने पर भी प्रस्ताव किए गए। जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष संजय दुबे, प्राचार्य डीआर लहरें,सदस्यगण गोल्डी नायक संपादक, रविन्द्र नन्दे जिला कांग्रेस महासचिव,गोपाल केड़िया व्यवसायी, अश्वनी चन्द्रा अधिवक्ता, कमलकांत यादव पूर्व छात्र, श्रीमती मंजूलता आनंद, श्रीमती रेखा थवाईत, दुर्गेश स्वर्णकार विधायक प्रतिनिधि, शिव कु साहू पालक, समिति के प्रभारी प्रो डी पी तिर्की, प्रो लोकेश्वर पटेल, प्रो उसतराम पटेल, प्रो डी पी एस पैकरा, प्रो नेताम जी आदि ने महाविद्यालय विकास के विभिन्न एजेंडा पर चर्चा परिचर्चा की। महाविद्यालय प्राचार्य बीआर लहरें ने सभी का अभिवादन करते हुए कहा कि महाविद्यालय के विकास में जनभागीदारी समिति आप सभी सदस्य गण एवं प्रोफेसर स्टॉप ने कॉलेज की पुराने ढांचे और स्वरूप को बदला है जिसका फायदा नैक मूल्यांकन ग्रेड में अवश्य मिलेगा। नैक मूल्यांकन के लिए आप सब के साथ छात्रों, पालको, जनप्रतिनिधियों पूर्व छात्रों, गणमान्य नागरिकों का सहयोग विशेष रूप से आवश्यक है। समिति ने छात्रहित को ध्यान में रखते हुए कोरोनाकाल के समय में शास महाविद्यालय प्रशासन द्वारा ली जा रही कई शुल्क की माफी संबंधित विश्व विद्यालय से प्रस्ताव कर माग किया है और कहां है कि कोरोनाकाल में छात्रों को रियायत मिलनी चाहिए। लंबे समय से अवकाश से कई गतिविधियों में हिस्सा नहीं लिया है, जब गतिविधियां हुई ही नहीं तो फिर उसके लिए शुल्क क्यों लिया जाए ? साथ ही लाखों रुपए के विकास कार्य के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। उक्त बैठक जो लगभग 5 घंटे तक निरंतर चली, जिसमें सदस्यों ने विभिन्न मदों की समस्त जानकारियां मांगी थी। उक्त बैठक बहुत ही हंगामेदार रहा। समिति के सदस्यों ने निगरानी समिति के तहत पारदर्शिता के साथ कार्यो के संचालन और भुगतान किए जाने की बात रखी। महाविद्यालय में पानी की समस्या के लिए पाइप लाइन विस्तार, गार्डन का रखरखाव, छात्रों के लिए साइकिल स्टैंड सेड, छात्रों के लिए जर्जर हो चुके ऊपरी तल के नए निर्माण कार्य महाविद्यालय की सुरक्षा के लिए बेरीकेटिंग और कांटा तार घेराव व नए निर्माणाधीन कैंटीन प्रदाय करने के नियम इत्यादि विषयों पर अपने विचार रखते हुए लाखो रु की राशि के प्रस्ताव पारित किए वही निर्माणाधीन स्थलों का निरीक्षण किया।