प्रदेश के 16 हजार व जिले के 190 संविदा एनएचएम स्वास्थ्य कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया

“प्रखरआवाज@न्यूज़”
छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य व्यवस्था ‘श्याम भरोसे’
18 अगस्त से हज़ारों कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
मांगों पर सुनवाई नहीं,
उल्टे प्रशासन ने जारी किए बर्खास्तगी आदेश
कर्मचारी संघ ने कहा – अबकी बार का आंदोलन होगा निर्णायक
सारंगढ़-बिलाईगढ़ न्यूज़/ प्रदेश भर में संविदा एनएचएम स्वास्थ्यकर्मी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर 18 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। लगभग 16,000 कर्मियों के इस आंदोलन को लेकर अब हालात गंभीर होते जा रहे हैं। जिले के करीब 190 संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रशासन की दमनकारी कार्रवाई और बर्खास्तगी आदेशों के विरोध में सामूहिक त्यागपत्र सौंप दिया है।
स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से वे शासन-प्रशासन से अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं। अब तक लगभग 160 बार ज्ञापन दिए जाने के बावजूद उनकी सुनवाई नहीं हुई। आंदोलन के बीच व्हाट्सएप पर भेजे जा रहे चेतावनी पत्र और बर्खास्तगी आदेशों ने कर्मचारियों का आक्रोश और बढ़ा दिया है।
प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अमित मिरी ने आज सुबह मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की अपील की थी, लेकिन शाम होते-होते प्रशासन ने कई कर्मचारियों को बर्खास्तगी पत्र जारी कर दिए।
आंदोलनकारियों का आरोप है कि प्रशासन संवाद की प्रक्रिया में बाधा डालकर समस्या के समाधान की संभावनाओं को समाप्त कर रहा है।
जिलाध्यक्ष श्री योगेश्वर चन्द्रम ने कहा – “हमारे संविदा स्वास्थ्य कर्मी वर्षों से जनता की सेवा कर रहे हैं लेकिन शासन – प्रशासन की उपेक्षा और दमनकारी रवैये से आज सभी कर्मचारी आक्रोशित है।”
आक्रोशित कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा देने का निर्णय लेते हुए चेतावनी दी है कि यदि शासन-प्रशासन ने जल्द समाधान नहीं किया तो प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी।