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महिला समाज और राष्ट्र के विकास का दर्पण,,,,,

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के अपने विचार

आज अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मैं समस्त प्रदेश व विधानसभा के महिला शक्तियों को बधाई देते हूए यही कहूंगी की आज नारी शक्ति सभी क्षेत्र में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है और पुरुषों के साथ कधा से कंधा मिलाकर चल रही है और समाज के उत्थान में अपनी भागीदारी दे रही है। महिलाओं को हमेशा सम्मानित रूप से देखते हुए उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए हम सबको प्रयासरत होना होगा। महिलाएं आने वाले समय में अपने घर नगर गांव जिले प्रदेश और देश के विकास में बहुत अहम है।

श्रीमती उत्तरी गणपत जांगड़े (विधायक सारंगढ़)

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की सार्थकता तब, जब महिला को महसूस हो हर कदम पर सुरक्षा और मान-सम्मान- तोषी गुप्ता

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आज के दिन जहाँ महिलाओं का विशेष दिन उन्हें तरह – तरह से सम्मानित करके उन्हें उचित मान-सम्मान देकर मनाया जाता है वहीं ज़रूरत है कि हर दिन महिलाओं को उचित मान-सम्मान जीवन के उस हर कदम पर मिले, जहाँ वो खुद को आज असुरक्षित महसूस करती है। महिलाओं का ये मान-सम्मान महज़ मंच के नाटकीय रूप में ना होकर, वास्तविक जीवन में महिलाओं के प्रति वास्तविक आदर और उनको उचित अवसर प्रदान कर के हो। जहाँ महिलाएँ ना केवल हर कदम पर स्वयं को सुरक्षित महसूस करे बल्कि अपना हर अगला कदम निर्भीकता से इस आत्मविश्वास से बढ़ाए कि रुग्ण पुरूषोचित्त मानसिकता से परे उसे ना केवल मौखिक तौर पर सम्मान मिलेगा बल्कि पुरुषों की नज़र मात्र से नारी अस्मिता पर प्रहार करने की बजाय पुरुषों की नज़र में भी उन्हें अपने प्रति वही सुरक्षा और मान- सम्मान महसूस हो जैसे कि उसे अपने पिता या भाई से प्राप्त होता है। जिस दिन महिलाओं को अपने दैनिक जीवन में इस सुरक्षा और मन-सम्मान का अनुभव होने लगेगा उस दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का यह विशेष दिन मनाने का औचित्य सार्थक हो जाएगा।

श्रीमती तोषी गुप्ता
(प्राचार्य, मोना मॉडर्न हायर सेकेंडरी स्कूल, सारंगढ़)

आज के दौर में महिलाएं समाज का एक महत्वपूर्ण अंग है। महिला का जीवन हमेशा संघर्षपूर्ण रहा है, महिला से समाज और देश की तरक्की संभव है। आज के दौर में जिंदगी की हर जिम्मेदारियों को निभाने जीवन में निरंतर आ रहे उतार-चढ़ाव का सामना करने के लिए महिला को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होना चाहिए। महिलाओं के आत्मसम्मान और सुरक्षा का हम सभी को प्रण करना चाहिए। आप सभी खूबसूरत महिलाओं को मेरा सुझाव है, कि आप अपना ख्याल रखें, अपने आप से प्यार करें। आप सभी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं।

श्रीमती दीपाली नायक
(बीरपारा सारंगढ़)

महिलाएँ समाज का मुख्य हिस्सा होती हैं तथा आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक क्रियाओं में एक बड़ी भूमिका निभाती हैं। महिलाएं सहनशीलता की मूरत है महिलाओं का सम्मान महिला दिवस के रूप में विविध प्रकार से होता है इसके अनुरूप हर दिन महिलाओं का सम्मान हो और वह अपने आप को सुरक्षित महसूस करें इस दिशा में हमें अच्छी मानसिकता के साथ कार्य करने होंगे। महिला बड़े से बड़ा कार्य कर सकती हैं। समाज और देश के विकास रूपी परिवर्तन में महिलाओं का अहम योगदान होता है। महिला दिवस पर सभी बहनों को मैं शुभकामनाएं प्रेषित करती हूं।

श्रीमती सोनी अजय बंजारे
(अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद सारंगढ़)

महिला दिवस महिलाओं के सम्मान का दिन है, महिला हर क्षेत्र में अपनी अहम भागीदारी निभाते हुए समाज और राष्ट्र के विकास में प्रयासरत रहती है। महिलाएं अपने घर परिवार को संजोकर रखती हैं हर तकलीफों को सहन कर परिवार को आगे बढ़ाती हैं परिवार का मान सम्मान होती है। हमें महिलाओं के उत्थान उनकी सुरक्षा और मान सम्मान का ख्याल रखते हुए उन्हें आगे बढ़ाना चाहिए महिलाओं को सशक्त और मजबूत करने की दृष्टि से उन्हें आगे बढ़ाना चाहिए क्योंकि महिलाओं से समाज और राष्ट्र का विकास संभव है महिला दिवस पर मैं सभी महिलाओं को शुभकामनाएं देती हु।

श्रीमती मंजू मालाकार
(अध्यक्ष जनपद पंचायत सारंगढ़)

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के सम्मान का दिन है ग्रामीण परिवेश से निकलकर आज महिलाएं समाज और देश की तरक्की में अपना सर्वस्व दे रही है शिक्षा खेल राजनीति चाहे कोई भी क्षेत्रों महिलाएं पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही हैं महिलाओं से जहां घर परिवार आगे बढ़ता है वही आज समाज और देश भी इन से आगे बढ़ रहा है हमें महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर ज्यादा से ज्यादा प्रदान करनी चाहिए। महिला देश की तरक्की की बड़ी कुंजी है।

श्रीमती तारा शर्मा
(अध्यक्ष जनपद पंचायत बरमकेला)

देश हो या समाज हो महिलाओं की भूमिका इनके विकास पर बहुत अहम होती है महिला चाहे तो क्या नहीं कर सकती हमेशा से महिला को त्याग बलिदान और सहनशीलता की मूरत बताया गया है आज परिवर्तनशील समाज में महिला पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है महिलाओं के लिए समाज और देश का भी सोच बदला है आज भी महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा देने की आवश्यकता है जिससे वे और ज्यादा निडर होकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ सके समाज और देश का नाम रोशन कर सकें।

श्रीमती तुलसी विजय बसंत (गुडेली, सभापति जिला पंचायत रायगढ़)

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मैं सभी बहनों महिलाओं और बेटियों को शुभकामनाएं दूंगी। महिलाएं समाज का दर्पण होती है किसी ने सच कहा है की महिलाओं का जहां सम्मान होता है निश्चित रूप से वहां देवता का भी वास होता है। आज के बदलते परिवेश में गांव से लेकर शहरों तक देश विदेशों तक महिलाएं हर क्षेत्र में तरक्की का अनूठा उदाहरण बन कर सामने आई हैं। हमें महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा देते हुए विकास के अवसर प्रदान करने होंगे। जिससे घर – परिवार, समाज तथा देश और ज्यादा तरक्की कर सकें।

श्रीमती अनीका विनोद भारद्वाज (पचपेड़ी सभापति जिला पंचायत रायगढ़)

महिला दिवस पर मैं सभी बहनों को शुभकामनाएं दूंगी महिला परिवार समाज और देश की प्रगति पर बहुत ही अहम भूमिका निभाती है जहां महिलाओं का सम्मान होता है वहां विकास और तरक्की के रास्ते खुलते हैं। महिला अपने ही परिवार को नहीं अपितु दूसरे परिवार को भी शिक्षित और सम्मानित करती हैं। महिला के जन्म होने पर वह अपने परिवार का मान सम्मान होती है और परिवार की देखरेख में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और जब उसका विवाह हो जाता है तो वह दूसरे परिवार में जाकर भी उसे शिक्षित और सम्मानित करती है। महिला त्याग तपस्या और सहनशीलता की मूरत है। आज के दौर में महिलाओं के सम्मान के साथ साथ उनकी सुरक्षा भी बेहद आवश्यक है, समाज के बदलते स्वरूप में महिलाएं आज भी अपने आपको असुरक्षित महसूस करती हैं। हम सबको मिलकर प्रण करना चाहिए कि महिलाओं के सम्मान के साथ- साथ उनके सुरक्षा का भी ख्याल रखें।

श्रीमती वैजयंती नंदू लहरें
(कोसीर, सदस्य जिला पंचायत रायगढ़)

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस ना केवल महिलाओं के योगदान ,बलिदान और तपस्या की याद दिलाता है बल्कि महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित करता है।यह बात सही है कि महिलाएं हर क्षेत्र में परचम लहरा रही है। लेकिन यह भी कटु सत्य है कि आज भी कई जगहों पर उन्हें लैंगिक असमानता, भेदभाव असुरक्षा झेलना पड़ता है। कन्या भ्रूण हत्या के मामले आज भी आते हैं। महिला के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में हमारा यह कत्तर्व्य है हम महिलाओं की स्थिति समाज में बेहतर बनाने को लेकर प्रयासरत रहने का संकल्प लें। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी महिलाओं को मैं बधाई देती हूं।

श्रीमती सीता चिंता पटेल
(अमलीडीपा, सारंगढ़। जिला पंचायत सदस्य)

8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस दिन महिलाओं की उपलब्धि और राजनीति सांस्कृतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपने अधिकारों की लड़ाई में कितनी दूर आ गई है इसका जश्न मनाया जाता है। हम सभी जानते हैं कि दुनिया महिलाओं के बिना नहीं चल सकती, यह उनके प्रयास की सराहना करने का दिन है। बड़े और छोटे संगठन महिलाओं को यह दिखाने के लिए एक साथ आते हैं, कि वह आज समाज में कितनी मूल्यवान है।
हम सभी को महिलाओं का सम्मान करना चाहिए महिला दिवस पर मैं सभी महिलाओं को शुभकामनाएं देती हूं।
“कुछ लोग कहते हैं कि नारी का कोई घर नहीं होता, लेकिन मेरा यकीन है, कि औरत के बिना कोई घर घर नहीं होता।”

“श्रीमती विलास तिहारू राम सारथी” (लेन्ध्रा) जिला पंचायत सदस्य बरमकेला

आज 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मैं सभी महिला बहनों को शुभकामनाएं दूंगी, महिलाएं देश और समाज के विकास में अहम भूमिका निभाती है। महिला प्रेम और ममता का मुरत है। जिसे मैं चंद पंक्ति में बयां कर रही हूं,,,,,,,

दिलो में बस जाए वो मोहब्बत हूँ।
कभी बहिन कभी ममता कि मुरत हूँ।।

मेरे आंचल में है चाँद सितारे।
माँ के कदमो मे बसी एक जन्नत हूँ।।

हर दर्द और गम को छुपा लिया सीने मे।
लब पे ना आये कभी वो हसरत हूं।।

मेरे होठों से हि हैं यह कायनात जवान।
जिन्दगी की बेहद हंसी हकीकत हूँ।।

हर रूप रंग मे ढल कर सवर जाए।
सब्र की मिशाल हर रिश्ते कि ताकत हूँ।।

अपने हौसले से तक़दीर को बदल दूँ।
सुन ले ये दुनिया हा मै एक औरत हूं।।

श्रीमती किरण नंदू मल्होत्रा
(वार्ड क्रमांक 3 झरिया पारा) पार्षद नगर पालिका सारंगढ़

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