शा उ मा विद्यालय कोसीर स्कूल में संविधान दिवस मना विविध कार्यक्रम आयोजित हुए
“प्रखरआवाज@न्यूज़”
संविधान आज कुछ लोगों की
मुट्ठी में कैद नजर आती है – साहित्यकार लक्ष्मी नारायण लहरे
विपत्ति और अपने अधिकार का जब हनन होता है तब संविधान ही हमें न्याय दिलाता है -अरुण रात्रे
छैंया -भुईंया ल छोड़ जवाईया तै थिराबे कहाँ रे – विजय महिलाने
सारंगढ़ कोसीर न्यूज़/ शा उ मा विद्यालय कोसीर स्कूल में आज सुबह 10 बजे संविधान दिवस मनाया गया । स्कूल में आयोजित संविधान दिवस पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अंचल के वरिष्ठ साहित्यकार पत्रकार लक्ष्मी नारायण लहरे को आमंत्रित किया गया था । कार्यक्रम के अतिथि एवं संस्था के प्रमुख प्राचार्य एस पी भारती ,वरिष्ठ ब्यख्याता विजय महिलाने ,श्री उत्तम कुर्रे ,प्रियंका तिग्गा दुवारा बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की तैल चित्र पर सर्व प्रथम पुष्प माला अर्पण कर पूजा -अर्चन करते हुए नारियल तोड़ा गया और बाबा साहब की जयकारे लगाए गए ।पूजा अर्चन कार्यकम्र के पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि एवं स्कूल के शिक्षकों का विद्यार्थियों ने पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया । स्वागत कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए संविधान की प्रस्तावना पढ़कर शपथ दिलाई गई । मंच संचालक श्री विशेषर प्रसाद खरे ने विद्यार्थियों को 26 नवम्बर संविधान दिवस पर कविता -भाषण के लिए आमंत्रित किये जिसमें प्रमुख रूप से कक्षा 12 वीं की छात्राओं में कु गीतांजलि ,शहर बाई निराला ,पुष्पा नवरत्न ,रेशमी मांझी ,कमलेश महिलाने एवं कक्षा 11 वीं से संजू बनज ,खुशी भारद्वाज ने कार्यक्रम प्रस्तुत किये ये सभी छात्र -छात्राएं एन एस एस के थे । विद्यार्थियों की प्रस्तुति के बाद सर्वप्रथम शिक्षक अरुण रात्रे ने संविधान दिवस पर अपनी प्रकाश डालते हुए बोले विपत्ती और अपने अधिकार का जब हनन होता है तब संविधान ही हमें न्याय दिलाता है । संविधान ही हमें अपनी अधिकार और कर्तब्य की मार्ग को प्रसस्त करता है । वहीं वरिष्ठ ब्यख्याता विजय महिलाने ने अपनी बात रखते हुए बाबा साहब की योगदान पर प्रकाश डाला और बोले आपके जीवन में जो शांति है वह बाबा साहब की देन है जो अधिकार मिले हैं आज जो आपके पास कर है वह बाबा साहब की उपकार है इस तरह संविधान को लेकर बाबा साहब की महत्त्व से विद्यार्थियों को अवगत कराएं और छत्तीसगढ़ी गीत गा कर विद्यार्थियों में उमंग भरे ” छैंया -भुंईंया ल छोड़ जवाईया तै थिराबे कहाँ रे … वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के असांदी से अंचल के वरिष्ठ साहित्यकार पत्रकार लक्ष्मी नारायण लहरे ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए अपने बात रखे और बाबा साहब की कही हुई बातों को दोहराते हुए बोले कि चाहे संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो ,यदि वे लोग जिन्हें संविधान को अमल में लाने का सौंपा जाए ,खराब निकले तो निश्चित रूप से संविधान भी खराब सिद्ध होगा इस तरह अपने बात को रखते हुए बोले कि आज संविधान कुछ लोगों की मुट्ठी में कैद नजर आती है ।इस बात को हमें समझना होगा ।इस तरह अपनी बात को रखते हुए अपनी एक कविता सुनाकर कार्यक्रम के लिए धन्यवाद ज्ञापित किये।
संविधान दिवस पर स्कूल के ब्यख्याता श्री उत्तम कुर्रे ने गीत गाकर संविधान का और बाबा साहब अम्बेडकर की जीवन पर प्रकाश डाला ।मंच को लक्ष्मण राजपूत ,अनिल वर्मा ,किरण लहरे ने गीत गाकर अपनी बात रखे व सम्बोधित किया और संविधान के महत्व को बताए कार्यक्रम के अंत में संस्था प्रमुख प्राचार्य श्री एस पी भारती दुवारा आभार ब्यक्त किया गया । पूरी कार्यक्रम एन एस एस के विद्यार्थियों ने कार्यक्रम को सफल बनायें वही एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी विशेषर प्रसाद खरे दुवारा मंच संचालन किया गया । कार्यक्रम में प्रमुख रूप से वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार लक्ष्मी नारायण लहरे ,प्राचार्य एस पी भारती ,वरिष्ठ ब्यख्याता विजय महिलाने , उत्तम कुर्रे ,अरुण रात्रे ,लक्ष्मण राजपूत ,अनिल वर्मा ,देवेंद्र चौधरी ,प्रियंका तिग्गा विशेषर प्रसाद खरे ,किरण लहरे एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे