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सेवा भारती समिति रायगढ़ द्वारा सेवा बस्तियों में मनाई गई दीपावली – अपनत्व, सेवा और संघ शताब्दी वर्ष का संकल्प

रायगढ़। दीपों के पर्व दीपावली पर जहाँ पूरा देश उजाला बाँट रहा था, वहीं सेवा भारती समिति रायगढ़ के कार्यकर्ताओं ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दीपावली को एक विशेष और भावनात्मक रूप दिया।

संघ के शताब्दी वर्ष के पावन अवसर पर समिति ने “हम अपनों के साथ दीपावली मनाएं” इस प्रेरणादायी भाव को साकार करते हुए रायगढ़ की सेवा बस्तियों में पहुँचकर अपने समाज के उन परिवारों संग दीपोत्सव मनाया, जिन तक आज भी उजालों की किरणें सीमित रूप से पहुँचती हैं।

कार्यकर्ताओं ने मां बंजारी सेवा बस्ती, छातामुड़ा सेवा बस्ती, सोनू मुंडा सेवा बस्ती तथा अंबेडकर आवास सहित कई बस्तियों में पहुँचकर दीपक, मिठाई, फटाके एवं उपयोगी उपहार वितरित किए और सभी को दीपावली की मंगलकामनाएं दीं।

इस सेवा अभियान में प्रांत टोली सदस्य श्री प्रदीप श्रृंगी जी, श्री जितेंद्र निषाद जी, श्री मिथिलेश गुप्ता जी, श्री सुशील सिंह जी, श्री मुन्ना यादव जी सहित अनेक स्वयंसेवक एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

प्रांत टोली सदस्य श्री प्रदीप श्रृंगी जी ने बताया कि —

“संघ के शताब्दी वर्ष में सेवा भारती का यह संकल्प, समाज के प्रत्येक वर्ग तक प्रेम, समरसता और अपनत्व का संदेश पहुँचाने का माध्यम है। दीपावली का सच्चा अर्थ तभी पूर्ण होता है जब हम किसी और के जीवन में भी उजियारा भर सकें।”

दीपों की इस श्रृंखला ने केवल अंधकार को नहीं मिटाया, बल्कि समाज में अपनत्व, समरसता और आत्मीयता की नई रोशनी जलाई।

सेवा भारती समिति का यह प्रयास संघ के शताब्दी वर्ष में उस संकल्प को दोहराता है —

“सेवा ही साधना है, और समाज का हर व्यक्ति हमारा अपना है।”

इस पहल के माध्यम से समिति ने संदेश दिया कि दीपावली का असली अर्थ केवल घरों को नहीं, हृदयों को प्रकाशित करना है।

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