श्रम उन्मुख निजी क्षेत्रों में निवेश करने की संभावना तलाश कर रही सरकार : पीयूष गोयल
नई दिल्ली । केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री, पीयूष गोयल ने भारतीय उद्योग से जोखिम लेने की अधिक प्रवृति अपनाने की अपील की। मर्चेंट्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एमसीसीआई) के विशेष ई-सत्र को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए प्लास्टिक, जूते, कपड़ा, चमड़ा सहित श्रम उन्मुख निजी क्षेत्रों में निवेश करने की संभावना तलाश कर रही है।
उन्होंने कहा, उद्योग संघ, जैसे आप, केंद्र और राज्यों की सरकार, मिशनों, ईपीसी सहित सभी हितधारकों के साथ साझेदारी कर सकते हैं और व्यवसायों को भारत में आकर्षित करने और घरेलू उद्योग को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं। आइए हम सभी मिलकर एक संकल्प के साथ एक साथ आएं, यानी बड़ी और साहसिक चुनौतियों का सामना करके भारत को एक वैश्विक लीडर बनाएं।
श्री गोयल ने कहा, आज जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है यह हमारे लिए 2047 को लक्ष्य बनाकर तैयारी करने का समय है जब हम आजादी के सौ साल पूरे होने का जश्न मनाएंगे।
उन्होंने कहा, भारतीय उद्योगों को मिलने वाले भरोसे और लागत मूल्य का लाभ लेकर, भारत के पास यह समय वास्तव में एक वैश्विक राष्ट्र बनने का है।श्री गोयल ने कहा कि भारतीय उद्योग को स्पष्ट रूप से गुणवत्ता उत्पादकता के सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और वैश्विक स्तर पर परिचालक बनना चाहिए ताकि हम बड़े पैमाने पर अर्थव्यवस्थाओं को लाभान्वित कर सकें।
उन्होंने कहा, हमें पीएलआई के मोर्चे पर विशेष रूप से मोबाइल फोन निर्माण में एक बहुत ही सफल अनुभव मिला है, और हम इसे सेमीकंडक्टर्स, कंटेनर एमएफजी, आदि जैसे अन्य क्षेत्रों में दोहराने की उम्मीद कर रहे हैं। अब 14 क्षेत्रों के लिए पीएलआई योजनाएं हैं।