छत्तीसगढ़ की PD पंथी टीम 26 जनवरी 2023 को राजपथ दिल्ली में करेगी राज्य का प्रतिनिधित्व
“प्रखरआवाज@न्यूज”
सारंगढ़ सरसीवा न्यूज/ 25 जनवरी वंदे भारतम – नृत्य उत्सव 2023 द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह में छत्तीसगढ़ को मिली हिस्सेदारी । दरअसल आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में ‘जन भागीदारी’ की भावना को बढ़ाने के लिये । संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वंदे भारतम् नृत्य उत्सव विभिन्न चरणों में करवाया गया | प्रतियोगिता के पहले चरण में दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर के अंतर्गत 4 राज्यों छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र के बीच में आयोजित किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ से छत्तीसगढ़ PD पंथी परिवार का चयन जोनल स्तर पर हुआ।
द्वितीय स्तर पर जोनल लेवल तथा अंत मे छत्तीसगढ़ पंथी नृत्य का चयन ग्रैंड फिनाले में हुआ यह ग्रैंड फिनाले नई दिल्ली 19 -20 दिसंबर तक चला जिसमे देशभर से 7 ज़ोन से 2500 प्रतिभागियों ने भाग लिया इस कार्यक्रम के मुख्यातिथि के रूप में ओम बिड़ला जी (लोकसभा स्पीकर), श्री जी. किशन रेड्डी जी (यूनियन मिनिस्टर ऑफ कल्चर), श्रीमति मीनाक्षी लेखी जी(मिनिस्टर ऑफ स्टेट कल्चर) उपस्थित हुए | 2022 को नई दिल्ली में भव्य समापन के साथ ग्रैंड फिनाले का रिजल्ट घोषित किया जिसमें हमारे छत्तीसगढ़ से छत्तीसगढ़ PD पंथी परिवार का चयन राजपथ 26 जनवरी 2023 के लिए हुआ जो लोकनृत्य पंथी का प्रदर्शन 26 जनवरी 2023 को राजपथ नई दिल्ली (कर्तव्य पथ) में करेगी और
संत शिरोमणि परम पूज्य गुरु घासीदास बाबा जी के महान विचार “मानव मानव एक समान” के संदेशों को पंथी नृत्य के माध्यम से राजपथ, देश और विदेशों में जन जन तक पहुंचाएगी ।
ज्ञातव्य हो कि राज्य की इस पंथी टीम
को बीकानेर (राजस्थान) 2017 में राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल से नवाज़ा जा चूका है|
“छत्तीसगढ़ PD पंथी परिवार “
टीम में 10 सदस्य और 3 सहयोगी है 5 लड़की -5 लड़के है जो एक साथ पंथी नृत्य करते हैं।
ये सभी छात्र इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में अध्यनरत है और दो लोग शासकीय सेवा में है।
टीम लीडर :- मनोज देवांगन
पुनदास जोशी
फलेन्द्र भास्कर
मनोज केशकर
पिताम्बर जांगड़े
मोनिका महिलांगे
अलका मिंज़
विशाला सिंह
अन्नू चंद्रवंशी
हीरा बंजारे
सहयोगी: उत्तरा साहू, सोमेश कुमार कुर्रे, रंजीत बंजारे
ये सभी सदस्य 5 जनवरी को राजपथ दिल्ली के लिए छत्तीसगढ़ रायपुर से रवाना होंगे।।
5 से 23 जनवरी तक अभ्यास के पश्चात 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर प्रस्तुति देंगे। जो की छत्तीसगढ के लिए गर्व का विषय है|