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पीएम मोदी ने किया परीक्षा पे लाइव चर्चा : शैक्षणिक संस्थानों में हुआ आयोजन

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“प्रखरआवाज@न्यूज”

सारंगढ़ बिलाईगढ़ 29 जनवरी 2024/ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वार्षिक कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा का आयोजन नईदिल्ली से लाइव किया गया, जिसका सीधा प्रसारण पूरे भारतवर्ष में किया गया। कलेक्टर श्री के एल चौहान के आदेश पर सभी संबंधित अधिकारियो ने स्कूलों में इस कार्यक्रम का सुचारू संचालन किया। इस कार्यक्रम का जिले के कई स्कूल कालेजों, शैक्षणिक संस्थानों में सीधा प्रसारण किया गया। परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम से बच्चों को परीक्षा के तनाव से राहत प्राप्त हुआ। प्रधानमंत्री ने परीक्षा पे चर्चा 2024 के दौरान छात्र छात्राओ शिक्षकों और अभिभावकों से बातचीत किया। प्रधानमंत्री ने स्कूली बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हमारे बच्चों में लचीलापन पैदा करना और उन्हें दबावों से निपटने में मदद करना महत्वपूर्ण है। छात्रों की चुनौतियों का समाधान अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षकों को भी सामूहिक रूप से करना चाहिए। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा छात्रों के विकास के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि शिक्षक नौकरी की भूमिका में नहीं हैं बल्कि वे छात्रों के जीवन को संवारने की जिम्मेदारी निभाते हैं। माता-पिता को अपने बच्चों के रिपोर्ट कार्ड को उनका विजिटिंग कार्ड नहीं बनाना चाहिए। छात्रों और शिक्षकों के बीच का बंधन पाठ्यक्रम और पाठ्यचर्या से परे होना चाहिए। अपने बच्चों के बीच प्रतिस्पर्धा और प्रतिद्वंद्विता के बीज कभी न बोएं। बल्कि भाई-बहनों को एक.दूसरे के लिए प्रेरणा बनना चाहिए। अपने सभी कार्यों और अध्ययन में प्रतिबद्ध और निर्णायक बनने का प्रयास करें। जितना संभव हो उत्तर लिखने का अभ्यास करें। यदि आपके पास वह अभ्यास है तो परीक्षा हॉल का अधिकांश तनाव दूर हो जाएगा। प्रौद्योगिकी को बोझ नहीं बनना चाहिए। इसका विवेकपूर्ण उपयोग करें। सही समय जैसा कुछ नहीं है इसलिए इसका इंतजार न करें। चुनौतियाँ आती रहेंगी और आपको उन चुनौतियों को चुनौती देनी होगी। यदि लाखों चुनौतियाँ हैं, तो अरबों समाधान भी हैं। असफलताओं से निराशा नहीं होनी चाहिए। हर गलती एक नई सीख हैं। उचित शासन के लिए भी नीचे से ऊपर तक उत्तम सूचना की व्यवस्था और ऊपर से नीचे तक उत्तम मार्गदर्शन की व्यवस्था होनी चाहिए। मैंने अपने जीवन में निराशा के सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद कर दी हैं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे, शिक्षक, अभिभावक आदि उपस्थित थे।

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