साइबर फ्राड से लोगों को बचाने जागरूकता जरूरी, चेतना अभियान के तहत स्वयंसेवी संगठनों ने विशेष सहयोग दिया
बिलासपुर। साइबर फ्राड से लोगों को बचाने जागरूकता जरूरी है। जानकारी के अभाव या फिर लालच में आकर लोग जालसाजी का शिकार होते हैं। लोगों को इससे बचाने चेतना अभियान के तहत स्वयंसेवी संगठनों ने विशेष सहयोग दिया। ये बातें एसपी रजनेश सिंह ने अभियान के दूसरे चरण के समापन कार्यक्रम के दौरान कही। एएसपी नीरज चंद्राकर ने बताया कि चेतना अभियान के दूसरे चरण में साइबर फ्राड के प्रति के लोगों को जागरूक करने कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें विभिन्न समितियों, समूह और स्वयंसेवी संगठनों ने अपनी सहभागिता निभाई। साथ ही स्कूल और कालेज के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
इस अभियान को सफल बनाने में बेटियों का विशेष योगदान रहा। ब्रम्हकुमारी संगठन की स्वाति दीदी और मंजू दीदी की टीम ने जिले में 75 जगहों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। इसके अलावा अलग-अलग संगठनों की ओर से स्कूलों, कालेज में कार्यक्रम आयोजित किए। साथ ही बाजार, अस्पताल, शैक्षणिक संस्थाओं में जाकर लोगों को साइबर फ्राड से बचाने जानकारी दी गई। कार्यक्रम में लोगों को साइबर ठगों के तरीकों को बताकर उससे बचने के उपाए बताए गए। तीन जुलाई से चल रहे इस अभियान का गुरुवार को बिलासा गुड़ी में समापन किया गया।
इस दौरान चेतना अभियान में विशिष्ठ कार्य करने वाले 10 संगठनों को ट्रिपल पी अर्थात पुलिस पब्लिक पार्टिसिपेंट पदक दिया गया। कार्यक्रम में एएसपी सिटी उमेश कश्यप, एएसपी अर्चना झा, गरिमा द्विवेदी, सीएसपी उमेश गुप्ता, निमितेष परिहार मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन एसआइ उमाशंकर पांडेय ने किया। सबसे ऊंची चोटी पर फहराया चेतना का झंडा एएसपी नीरज चंद्राकर ने बताया कि शहर की डाक्टर सुषमा पंडया सड़क मार्ग से बाइक पर लद्दाख पहुंची। उन्होंने रास्ते भर देश के अलग-अलग हिस्सों में चेतना अभियान के संबंध में बताया। साथ ही लोगों को साइबर फ्राड से बचने प्रेरित किया।