आयुष्मान आरोग्य मंदिर सह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कनकबीरा हुआ एनक्यूएएस सर्टिफाइड
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कनकबीरा को राष्ट्रीय मानक में मिला 89.73 प्रतिशत
सारंगढ़ बिलाईगढ़, जिले को स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक और उपलब्धि प्राप्त हुआ हैं, जो स्वास्थ्य की दिशा में सुधार को दर्शाता हैं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों का राष्ट्रीय मानको के अनुरूप तैयार किया जा रहा हैं। इसी कड़ी में सारंगढ़ ब्लॉक के आयुष्मान आरोग्य मंदिर सह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कनकबीरा में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक की टीम ने 18-19 अक्टूबर को जाँच की। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक टीम में आये डॉ. प्रेमानंद त्रिपाठी और मिनीमोल अनिल कुमार ने 89.73 प्रतिशत राष्ट्रीय स्तर मानक प्रदान की। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कनकबीरा को सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।
यह स्वास्थ्य केंद्र नवनिर्मित जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ का पहला केंद्र हैं जो एनक्यूएएस सर्टिफाइड स्वास्थ्य केंद्र बन गया। जिला एनक्यूएएस सलाहकार कृष्णपुरी गोस्वामी द्वारा सभी अधिकारी कर्मचारियों को बधाइयां व शुभकामनायें दी। सेक्टर प्रभारी अरुण नायक एवं डॉ. प्रेम प्रकाश चौधरी ने मार्गदर्शन व सहयोग के लिए कलेक्टर धर्मेश साहू, सीएमएचओ डॉक्टर एफ आर निराला, बीएमओ, डीपीएम इजारदार सहित सारंगढ़ के विभिन्न शाखा प्रभारी, समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रम के प्रभारी व नोडल अधिकारी को आभार व्यक्त किया है।
क्या है एनक्यूएएस
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ वैश्विक सर्वोत्तम अभ्यास के लिए विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। इसकी शुरुआत 2017 में हुई हैं, एनक्यूएएस वर्तमान में जिला अस्पतालों, सामुदायिक, ग्रामीण और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए उपलब्ध हैं। मानक मुख्य रूप से प्रदाताओं के लिए पूर्व निर्धारित मानकों के माध्यम से सुधार के लिए अपनी स्वयं की गुणवत्ता का आकलन करने और प्रमाणन के लिए अपनी सुविधाओं को लाने के लिए हैं।
जाँच बिंदु- राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों को मोटे तौर पर 8 “चिंता के क्षेत्रों” के तहत व्यवस्थित किया गया है, जिसमें सेवा प्रावधान, रोगी अधिकार, इनपुट, सहायता सेवाएँ, नैदानिक देखभाल, संक्रमण नियंत्रण, गुणवत्ता प्रबंधन और परिणाम शामिल है। ये मानक आईएसक्यूयूए द्वारा मान्यता प्राप्त हैं और व्यापकता, निष्पक्षता, साक्ष्य और विकास की कठोरता के संदर्भ में वैश्विक मानदंडों को पूरा करते हैं।