NATIONAL

सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों में हाहाकार मचा चुका है डेंगू, ये आंकड़े बताएंगे कितनी खतरनाक है ये बीमारी

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

“प्रखरआवाज@न्यूज़”
✍️गोल्डी नायक…

मच्छरों से फैलने वाली बीमारी डेंगू बेहद खतरनाक है. जो हर साल हजारों लोगों की जान लेती है. गर्मी हो या बरसात डेंगू हर साल डेंगू के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं. आइए जानें इसके लक्षण और बचाव कैसे करें. डेंगू सिर्फ भारत की नहीं दुनिया के कई देशों के लिए यह एक गंभीर समस्या बनी हुई है.

गर्मी बढ़ने के साथ-साथ दुनिया के कई हिस्सों में डेंगू के केसेस बढ़ने लगते हैं.लेकिन बाकी सालों के मुकाबले इस साल हालत ज्यादा खराब है. आपको जानकर हैरानी होगी कि लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों में इस बीमारी ने इतना कहर बरपाया हुआ है कि इसे कंट्रोल करने के लिए सेना इन्वॉल्व हो गई है. जगह-जगह पर कैंप लगाकर मरीजों तक दवा और इलाज पहुंचाई जा रही है. 4 महीनों के अंदर 60 लाख से ज्यादा केस आ चुके हैं. इस बीमारी को ग्लोबल वॉर्मिंग से जोड़ा जा रहा है

दुनिया के दूसरे देशों में डेंगू की क्या स्थिति है?

ब्राजील डेंगू से ज्यादा प्रभावित देश है. जनवरी से अप्रैल 2024 के बीच लगभग सवा 4 लाख डेंगू के केस रिपोर्ट किए गए हैं. यह कुल आबादी का 1.8 प्रतिशत है. वहीं अब तक इस बीमारी से 2 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. डेंगू फीवर से अब तक कि यह सबसे ज्यादा मौतें हैं.

ब्राजील में डेंगू का कहर

ब्राजील के 26 राज्यों में इस बीमारी को लेकर इमरजेंसी घोषित की गई है. सेना के जवान फील्ड हॉस्पिटल बना रहे हैं. जहां पर लोगों का इलाज किया जाएगा. राजधानी ब्राजिलिया में जगह-जगह पर कैंप बनाएं जा रहे हैं. जहां पर मरीजों को रखे जाएंगे. जिन्हें हॉस्पिटलों में जगह नहीं मिलेगी. उन्हें इन कैंप में रखकर इलाज किया जाएगा. वहीं देखा जाए तो अभी पीक सीजन बाकी है. ऐसा अनुमान भी लगाया जा रहा है कि मई-जून में यह स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ सकती है.

ब्राजील में डेंगू का कहर

ब्राजील के 26 राज्यों में इस बीमारी को लेकर इमरजेंसी घोषित की गई है. सेना के जवान फील्ड हॉस्पिटल बना रहे हैं. जहां पर लोगों का इलाज किया जाएगा. राजधानी ब्राजिलिया में जगह-जगह पर कैंप बनाएं जा रहे हैं. जहां पर मरीजों को रखे जाएंगे. जिन्हें हॉस्पिटलों में जगह नहीं मिलेगी. उन्हें इन कैंप में रखकर इलाज किया जाएगा. वहीं देखा जाए तो अभी पीक सीजन बाकी है. ऐसा अनुमान भी लगाया जा रहा है कि मई-जून में यह स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ सकती है.

इन देशों में डेंगू के आंकड़े

पेरू पूरी तरह से डेंगू के चपेट में है. इस देश में इस बीमारी को लेकर इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. पेरू में बीते 4 महीनों में लगभग डेढ लाख से भी ज्यादा मरीज आ चुके हैं. वहीं 117 की मौतें हो चुकी है. इसके अलावा अर्जेंटिना, मैक्सिको, उरुग्वे और चिली जैसे देशों में भी लोग डेंगू से काफी ज्यादा परेशान हैं.

सेंट्रल अमेरिकी देशों और मैक्सिकों में डेंगू के हर साल केस आते हैं. जबकि चिली और उरुग्वे में इसके काफी कम ही मामले देखने को मिले हैं. ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन’ के साथ काम करने वाली ऑर्गनाइजेशन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक  उरुग्वे में पहले के मुकाबले अब कम केस आ रहे हैं.

डेंगू के मामले बढ़ने के पीछे का कारण

इसके पीछे का कारण जलवायु परिवर्तन माना जा रहा है. पिछले 30 सालों में लैटिन अमेरिकी देशों में हर दशक में 0.2 डिग्री सेल्सियस बढ़ती ही है. स्टेट ऑफ द क्लाइमेट इन लैटिन अमेरिका एंड कैरेबियन की साल 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ क्लाइमेट में ही बदलवा नहीं हो रहे हैं बल्कि मच्छरों की संख्या भी पहले से ज्यादा बढ़ी है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि गर्म तापमान पर मच्छरों के तरह-तरह के स्पीशीज भी बढ़ती है. यहीं कारण है कि लैटिन अमेरिका और कैरेबियन में स्थिति खराब हो रही है.

अल-नीनो पैटर्न भी है एक कारण

जब ठंड में तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे चली जाती है तो इस तापमान में मच्छर कम हो जाते हैं. इन देशों में यह टेंपरेचर पहुंच ही नहीं पा रहे हैं. वहीं अल-नीनो पैटर्न के कारण भी मच्छरों की संख्या बढ़ी है. जिसके कारण इन क्षेत्रों का तापमान काफी ज्यादा बढ़ गया है.कैरेबियन और लैटिन अमेरिका में इस मौसम के पैटर्न की शुरुआत पिछले साल से हुई है.

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने डेंगू को लेकर क्या कहा

लैटीन अमेरिका और कैरेबियाई देशों में डेंगू का कहर बहुत तेजी से बढ़ा है. इसके कारण अब इस बीमारी की वैक्सीन की जरूरत भी बढ़ी है. डेंगू के वैक्सीन को लेकर कई सारी बातें कही गई है. वहीं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के रिसर्च के मुताबिक जिन लोगों को डेंगू नहीं हुआ है वह अगर वैक्सीन ले लें तो उनका जब पहली बार डेंगू होगा तो वह काफी ज्यादा गंभीर हो सकता है. इसलिए WHO का कहना है कि जब भी मच्छर काटे तो इसके संक्रमण से बचने के लिए ज्यादा लिक्विड लें और दवाएं लें.

इन देशों में नहीं है डेंगू के मच्छर

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि दुनियाभर में ऐसे 4 ही देश हैं जहां डेंगू और मलेरिया के मच्छर ढूंढने से भी नहीं मिलते. जिनमें न्यू कैलेडोनिया, आइसलैंड, द सेशेल्स, फ्रेंच पॉलीनेशिया शामिल हैं.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button