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विधायक पति गणपत जांगड़े पर fir का मामला गरमाया, षड्यंत्र साजिश और भाजपा की घेराबंदी

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28 नवंबर का मामला जहां विधायक पति विधायक के साथ 26 से 29 नवंबर विशाखापट्टनम में थे

वंदे भारत ट्रेन की टिकट, होटल, फेसबुक लाइव में हो रहा प्रमाणित

रक्सा सोसाइटी में ना फिंगरप्रिंट ना मोबाइल ओटीपी या मैसेज और ना विधायक पति की कोई उपस्थिति फिर भी मामला दर्ज

बैंक में लेटर लिखकर खुद दी राशि आने की जानकारी

सारंगढ़ सारंगढ़ रक्सा धान खरीदी केंद्र में विगत दिनों 28 नवंबर की देर रात्रि भाजपा नेताओं द्वारा जमकर हल्ला बोला गया इसके बाद प्रशासनिक जांच की गई और जांच के उपरांत 2 दिन पूर्व सात लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया, जिसमें विधायक पति गणपत जांगड़े के भी नाम शुमार है। उक्त fir दर्ज होने के बाद मामला पूरी तरह से गरमा गया है। विश्वस्त सूत्रों की माने तो उक्त मामले में विधायक पति ने उक्त जप्त धान स्वयं का नहीं होना बताया, इसके बाद उक्त मामले में राजनीतिक षड्यंत्र की छवि साफ नजर आ रही है।

गौरतलब हो की 28 नवंबर से घटित उक्त घटना के घटना चक्र और दो दिनों पूर्व हुए fir के बाद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 26 नवंबर से 29 नवंबर तक जांगड़े दंपत्ति विशाखापट्टनम गए हुए थे जहां उनके यात्रा टिकट, होटल, अन्य प्रपत्र व पर्चियां, लाइव फेसबुक इंस्टाग्राम इत्यादि साफ नजर आ रहे हैं। यहां तक की धान खरीदी केंद्र में ना तो उनकी साक्षात उपस्थित ना ही धान बेचने पर लिए गए फिंगरप्रिंट अंगूठे के निशान और ना किसी प्रकार का मोबाइल में मैसेज अथवा ओटीपी का आना उक्त दिनांक में प्राप्त हुआ है बल्कि बैंक द्वारा भेजे गए राशि को तत्काल पत्र लिखकर उक्त बैंक को अवगत भी कराया गया।

गौरतलब हो की अगर उक्त तथ्य विधायक पति गणपत जांगड़े जी के सत्य निकलते हैं तो क्या यह पूरा घटनाक्रम कूट रचित पूर्व प्लानिंग और राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है। किसी तरह कांग्रेस के मजबूत गढ़ सारंगढ़ में कांग्रेस विधायक के निरंतर दो पंचवर्षीय बड़ी जीत से घबराई भाजपा उन्हें घेरने का भर्षक प्रयास कर रही है।

जैसा की सारंगढ़ आंचल में राजनीतिक परिदृश्य संगठनों के बीच हमेशा बनता बिगड़ता है मगर इस तरह की घटना और दबाव की राजनीति पहली बार नजर आई और अब शायद यह परिपाटी संगठनों के बीच निरंतर जारी रहे। उक्त घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस नेताओं ने विरोध  दर्ज कर पूरे मालूम को राजनीतिक द्वेष और षड्यंत्र कहां है तो वही जांगड़े जी ने उक्त धान उनके द्वारा धान खरीदी केंद्र नहीं ले जाना बताया। आने वाले समय में उक्त मामले में और क्या-क्या नई जानकारियां खुलकर सामने आती है इस पर सब की नजर टिकी हुई है।

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