जिला स्तरीय शांति समिति का गठन: सामुदायिक समरसता की पहल
सारंगढ़-बिलाईगढ़: सामुदायिक समरसता के लिए जिला स्तरीय शांति समिति का गठन
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में सामाजिक सौहार्द और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के उद्देश्य से जिला स्तरीय शांति समिति का गठन किया गया है। इस समिति में प्रशासनिक अधिकारियों, राजनैतिक पदाधिकारियों, और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है।
समिति का उद्देश्य
जिले में विभिन्न समुदायों के बीच आपसी विश्वास और सामुदायिक सद्भावना को बढ़ावा देना।
सामाजिक व सांप्रदायिक मुद्दों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने और कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखना।
समिति के प्रमुख सदस्य
- अध्यक्ष: कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी, जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़।
- उपाध्यक्ष: पुलिस अधीक्षक, जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़।
- सदस्य:
- जिला परियोजना अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत।
- कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग।
- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी।
- सामाजिक एवं राजनैतिक पदाधिकारी।
समाज और संगठनों के प्रतिनिधि
- सुभाष जालान (भाजपा जिलाध्यक्ष)।
- अरुण मालाकार (कांग्रेस जिलाध्यक्ष)।
- श्रीमती शिवकुमारी चौहान (जनप्रतिनिधि)।
- महेन्द्र अग्रवाल (अग्रवाल समाज)।
- देवनारायण वर्मा (जिलाध्यक्ष, सतनामी समाज)।
- श्याम लाल पटेल (अध्यक्ष, पटेल समाज)।
- रामाधार चौहान (अध्यक्ष, चौहान समाज)।
- राजेन्द्र यादव, अमितेश केशरवानी, भरत अग्रवाल, विष्णु साहू (सदस्य)।
- चक्रधर पटेल (जिलाध्यक्ष, आम आदमी पार्टी)।
- प्रवीण मल्होत्रा (जिलाध्यक्ष, बहुजन समाज पार्टी)।
- रामनाथ निराला (जिला उपाध्यक्ष, भीम आर्मी)।
- अकबर शाहजहां (मुस्लिम समाज)।
- रामनाथ सिदार (अध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज)।
समिति की भूमिका
- जिले में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए विभिन्न समुदायों के साथ संवाद।
- किसी भी विवादित परिस्थिति में त्वरित समाधान निकालना।
- सांप्रदायिक तनाव को रोकने और समरसता को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय कदम उठाना।
निष्कर्ष
जिला स्तरीय शांति समिति का गठन सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में सामाजिक समरसता और शांति बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पहल से सभी समुदायों के बीच बेहतर संवाद और सहयोग स्थापित होगा, जिससे जिले की कानून-व्यवस्था सुदृढ़ होगी।