स्वामी आत्मानंद विद्यालय डोंगरीपाली में पालक शिक्षक मेगा बैठक संपन्न
बरमकेला : डोंगरीपाली झिंकीपाली संकुल के अंतर्गत स्वामी आत्मानंद विद्यालय डोंगरीपाली में पालक शिक्षक मेगा बैठक आयोजित हुआ। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग से प्राप्त निर्देश के परिपालन में शालाओं में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश भर में संकुल स्तरों पर पालक शिक्षक मेगा बैठक का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तारतम्य में संकुल केंद्र डोंगरीपाली एवं संकुल केंद्र झिंकीपाली द्वारा संयुक्त रूप से मेगा बैठक आयोजन स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम विद्यालय डोंगरीपाली में किया गया। जिसमें दोनों संकुलों के अधीन संचालित 18 विद्यालयों के शिक्षक एवं पालक शामिल हुए।
विदित हो कि विद्यार्थियों के बेहतरी एवं सर्वांगीण विकास के लिए प्रदेश में सभी संकुल स्तर पर आज पालक शिक्षक बैठक का आयोजन करने हेतु निर्देशित किया था। उक्त बैठक में बच्चों का विकास कैसे पालक एवं शिक्षक अच्छे ढंग से कर सकें तथा बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पाए इस दिशा में आपसी समन्वय के माध्यम से चर्चा किया जा सके इसके लिए बैठक आहुत की गई थी।विकासखंड बरमकेला अंतर्गत संकुल केंद्र डोंगरीपाली एवं झिंकीपाली का संयुक्त पालक शिक्षक मेगा बैठक स्वामी आत्मानंद स्कूल डोंगरीपाली में किया गया।
जिसका शुभारंभ संकुल प्राचार्य उग्रसेन चौधरी, क्षेत्रीय जनपद सदस्य पुष्पराज सिंह बरिहा तथा मोरध्वज सिदार पशु चिकित्सा अधिकारी डोंगरीपाली द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन और पुष्प अर्पण के साथ किया गया। पालक शिक्षक मेगा बैठक के आयोजन के संबंध में छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित प्राथमिक उद्देश्यों तथा चर्चा के 13 बिंदुओं पर संस्था की व्याख्याता डोलामणी मालाकार ने विस्तार पूर्वक बात रखते हुए पालक समुदाय से घर स्कूल में विदयार्थियों के लिए उचित शैक्षिक वातावरण निर्माण में सहायता करने की अपील की।
इस अवसर पालकों की ओर से जनपद सदस्य पुष्पराज सिंह बरिहा,सुवर्ण कुमार भोय , अलेख प्रधान, उपेंद्र बरिहा, रविन्द्र भोय सिस्टर रेजिना किण्डो ने संबोधित किया। पालक – शिक्षकों ने मिलकर एक पेड़ मां के नाम पर वृक्षारोपण किया।वहीं संकुल द्वय के शैक्षिक समन्वयक संजय कुमार चौहान नीलाकार साहू सहित अधिकाधिक शिक्षक-शिक्षिका उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन रासेयो के कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती हेमलता मालाकार ने किया।