हिंडनबर्ग की ओर से जारी नई रिपोर्ट को लेकर अब भारत में सियासत गर्म होती जा रही है।
नई दिल्ली । अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग की ओर से जारी नई रिपोर्ट को लेकर अब भारत में सियासत गर्म होती जा रही है। ताजा रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने भारतीय शेयर बाजार नियामक सेबी की प्रमुख और उनके पति पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट में सेबी प्रमुख का नाम कथित अदाणी घोटाले से जोड़ा जा रहा है। इस रिपोर्ट को लेकर तमाम नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि “दूध का दूध पानी का पानी अपने आप हो गया। भारत सरकार ने कोई विशेष जांच की तरफ ध्यान नहीं दिया था। हिंडनबर्ग ने ही एक और रिपोर्ट निकाली जिसमें इनका सारे कारनामे सबके सामने आ गए। ऑफशोर कंपनी में उनके निवेश सामने आ गए। जब सबकुछ सामने है तो सवाल उठता है कि माधवी बुच को जब SEBI का प्रमुख बनाया था तब क्या भारत सरकार को ये जानकारी नहीं थी? अगर नहीं थी तो ये बहुत बड़ी विफलता है। राहुल गांधी ने कहा था चौकीदार चोर है, वो साबित हो गया।”
शिवसेना संजय राउत ने कहा- हमाम में सब नंगे हैं
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘सेबी के प्रमुख को वित्त घोटाले पर जांच और नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई, उन पर खुद आरोप लग रहे हैं। वे भी पीएम मोदी के दोस्त हैं। ऐसे में ये आरोप पीएम मोदी पर भी लग रहे हैं। सेबी के चीफ का अडानी की कंपनी में पैसा लगा है। अगर सरकार ये सब आने के बाद भी चुप बैठती है तो ये सरकार भ्रष्ट है। शिवसेना यूबीटी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी निशाना साधते हुए कहा, ‘अब हमें समझ में आ रहा है कि क्यों पत्रों का जवाब नहीं आ रहा था। हमाम में सब नंगे हैं।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कही ये बात
SEBI प्रमुख माधवी बुच और उनके पति पर लगे आरोपों वाली हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “ये गंभीर मामले हैं। मुझे इनके विवरण की जानकारी नहीं है। ऐसे किसी भी आरोप का संतोषजनक उत्तर दिया जाना चाहिए या इसकी जांच होनी चाहिए। इन बातों को यहीं लटका कर नहीं छोड़ा जा सकता और न ही हमारी व्यवस्था की अखंडता पर संदेह किया जा सकता है। यह महत्वपूर्ण है कि या तो आरोपी लोगों द्वारा संतोषजनक स्पष्टीकरण दिया जाए या फिर जांच होनी चाहिए।