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खेल गुरु तापस चटर्जी के पार्थिव शरीर को जिले वासियों ने नम आंखों से दी अंतिम बिदाई

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रायगढ़ विश्वविद्यालय खेल अधिकारी तापस चटर्जी के निधन से एक खेल युग का हुआ अंत

बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई ।
इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया ।।

रायगढ़ । रायगढ़ जिले वरन पूरे प्रदेश में खेल गुरु के नाम से प्रख्यात शहिद नंद कुमार विश्व विद्यालय जिला रायगढ़ के क्रीड़ा अधिकारी तापस चटर्जी का बीमारी के चलते देर रात्रि रायपुर एमएमआई अस्पताल में आकस्मिक निधन हो गया। उनके आकस्मिक निधन से पूरे जिले में शोक की लहर फैल गई।

शहीद नंद कुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ छ.ग. में पदस्थ क्रीड़ा अधिकारी श्री तापस चटर्जी आ. नरेन्द्र नाथ चटर्जी जो की क्रीड़ा अधिकारी मुकेश चटर्जी सर जी के छोटे भाई निवासी सत्तीगुड़ी चौक रायगढ़ का एम एम आई हॉस्पिटल रायपुर में इलाज के दौरान दुखद निधन दिनांक 26/08/2024 को रात्रि 11:30 बजे हो गया। वे अपने पीछे भरा पुरा परिवार रोता बिलखता छोड़कर प्रकृति में चीर विलीन हो गये। उनका पार्थिव शरीर 27/08/24 को सुबह रायपुर से रायगढ़ सड़क मार्ग से होते हुए उनके निवास स्थान सत्तीगुड़ी चौक होते हुए उसके पश्चात उनकी अंत्येष्टि मुक्ति धाम कयाघाट रायगढ़ में नियमों के साथ हुई।

गौरतलब हो की तापस चटर्जी के आकस्मिक निधन से खेल जगत के एक युग का अंत हो गया, फुटबॉल हॉकी और अन्य खेलों में महारत हासिल तापस चटर्जी खेल, खेल मैदान और खिलाड़ियों के लिए एक अनुभवी प्रशिक्षक तो थे ही लेकिन क्रीडा के क्षेत्र में और खेल आयोजनों को लेकर हमेशा से उनकी एक महिती भूमिका रही और उन्होंने अंत तक इस भूमिका को अपने अहम जवाबदारी समझ कर निभाया।

16 दिसंबर को जन्मे तापस चटर्जी बचपन से ही खेल और शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ज्यादा मेहनती रहे। कम समय में ही महाविद्यालय में क्रीड़ा अधिकारी के पद पर पदस्थ होते हुए लंबे समय से रायगढ़ जिले के डिग्री कॉलेज में अपनी सेवाएं देते रहे। जिले में खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से हर संभव प्रयास करते रहे।

जिले और प्रदेश स्तर में खेल के क्षेत्र में अपनी अहम भागीदारी दी। उनके जानने वाले उनके मित्र सहयोगी प्रोफेसर स्टाफ और परिवारजन उनकी हसमुख स्नेहिल व्यवहार और दूसरों की मदद करने की भावना से हमेशा उनका कायल रहे। एक मृदुभासी व्यवहार के धनी  व्यक्तित्व को हर किसी ने सराहा पसंद किया। आज  उनके आकस्मिक निधन से हर किसी को स्तब्ध कर दिया। उनके पार्थिव शरीर को जिले वासियों ने नम आंखों से विदाई दी।

श्रद्धांजलि सभा के माध्यम से जिले के गणमान्य जन, खेल प्रशिक्षक गण, समाजसेवी, पत्रकार, छात्र एवं खिलाड़ी व परिवार जन, मित्र गण ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। जिले के वरिष्ठ फुटबॉल खिलाड़ी रंजन शुक्ला, जेम्स वर्गीस, राजेश पटनायक, संजय ठाकुर, नंदलाल त्रिपाठी, मंजुल जी, मुकुल झा, वरिष्ठ पत्रकार रामचंद्र शर्मा, सुशील मित्तल, हेमंत जी, विकास पांडे, श्रीकांत सोमावार, मुकेश जैन, दीपेश सोलंकी, अनिल शुक्ला, शाखा यादव पार्षद, संतोष बोहिदार, विकास ठेठवार पार्षद, विजय गुप्ता, बिजेंद्र यादव, सुरेंद्र, शारदा गहलोत, जफर सिद्धिकी, मो मुनीर, लल्ले तिवारी, श्याम राव कातोरे, बंग समाज से देबू मुखर्जी, अभिज्ञान गांगुली, महितोष मुखर्जी, मनीष भट्टाचार्य, तपन घोष, सुमित चक्रवर्ती, सोमनाथ दत्ता, जयदेव मित्रा, शंकर सेन, नीतीश भट्टाचार्य, सोमेन मित्रा, आकाश बैनर्जी, चंद्रशेखर मुखर्जी, आकाश विश्वाश, सुदीप चटर्जी, अभिषेक गुप्ता, चंद्रेश ठेठवार, आशिफ हुसैन, सचिन मिश्रा निलेश तिवारी, अमित कवर, गगन दीप सिंह, अक्षय गुप्ता, सचिन चौहान, राहुल नायक, करण महेश, जिन जॉन, मलय आइच, लल्लू प्रधान, अशोक टोप्पो, सत्य नारायण ठेठवार, बजरंग साहू, सुरेश नाई, प्रकाश सिंह, किशोर सिंह, मनीष सिंह बांटी, बाबा पांडे, इमरान खान, अनिल सुनील नील ठेठवार, संतोष यादव, रोहित यादव बलराम साहू, सुरेश दीक्षित, राजेश अग्रवाल, उत्तरा सिदार, महेंद्र, संतु यादव, जीवन यादव गोलू कपिल पंडित जादव सिन्हा, श्रीमंत सिन्हा, सुदीप सिन्हा, जयंत सिन्हा, सुब्रत अधिकारी, रंजन चटर्जी, परिवार से उमेश चक्रवर्ती, कार्तिक सिन्हा, राजेंद्र दास, गोल्डी नायक, उज्जवल चक्रवर्ती, तनमय बनर्जी, अक्षय नायक, गौरव पंडित विधि विधान से नियमों के अनुरूप पंडित ने दाह संस्कार कार्यक्रम करवाया। उपस्थित जन ने मृत आत्मा के शांति के लिए मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी। उनके पुत्र तुषार चटर्जी एवं भाई मुकेश चटर्जी ने सभी आगंतुक जनो निवेदन कर कहा की इस दुख की घड़ी में एक परिवार के रूप में आप सब उपस्थित हुए जिससे हमारा संबल बढ़ा कहा ।

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