रायगढ़ में गैंगरेप पर उमेश पटेल ने सरकार पर उठाए सवाल
रायगढ़ । रक्षाबंधन के पावन पर्व पर रायगढ़ जिले के पुसौर थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना ने सांस्कृतिक नगरी को शर्मसार कर दिया। 27 वर्षीय महिला जब अपने घर से रायगढ़ लौट रही थी, तो कुछ मनचले युवकों ने उसका रास्ता रोककर गैंगरेप की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।
इस घटना के बाद पीड़िता की रिपोर्ट पर पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक आरोपियों को हिरासत में लिया है, लेकिन इस घटना ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और खरसिया विधायक उमेश पटेल ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर इस घटना पर गहरी नाराजगी जताते हुए लिखा, “रेप जैसे जघन्य अपराध के विरुद्ध उदासीन और संवेदनहीन सरकार से हमारा सवाल है। रक्षाबंधन पर हमारी बहनों की सुरक्षा का वादा सिर्फ एक दिखावा है या फिर कुछ ठोस कदम भी उठाए जाएंगे? पूछती हैं बहनें, पूछता है छत्तीसगढ़।
“रक्षाबंधन के पवित्र दिन पर, जब बहन-भाई का अटूट बंधन मनाया जा रहा था, रायगढ़ के पुसौर क्षेत्र में गैंग रेप की दिल दहला देने वाली घटना ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है।
यह घटना न केवल प्रशासन की नाकामी है, बल्कि भाजपा सरकार की संवेदनहीनता को भी उजागर करती है। आखिर कब तक हमारी बहनें और बेटियां ऐसी दरिंदगी का शिकार होती रहेंगी? इस सरकार और प्रशासन की लापरवाही और नाकामी के चलते हमारी बहनें सुरक्षित नहीं हैं।
सरकार से हमारा सवाल है: रक्षाबंधन पर हमारी बहनों की सुरक्षा का वादा उमेश पटेल की इस टिप्पणी ने राज्य सरकार की भूमिका पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। उनका कहना है कि रक्षाबंधन जैसे पावन पर्व पर महिलाओं की सुरक्षा का वादा करना और उसके बाद ऐसी घटनाओं का होना राज्य सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है।
इस घटना ने एक बार फिर महिला सुरक्षा के मुद्दे को केंद्र में ला दिया है। लोग अब यह जानना चाहते हैं कि सरकार इस गंभीर मुद्दे पर क्या ठोस कदम उठाएगी और महिलाओं की सुरक्षा को कैसे सुनिश्चित करेगी। उमेश पटेल ने सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।