
गैंगरेंप मामला कहीं कोई साज़िश का हिस्सा तो नहीं
प्रार्थीया की मां व गांव वाले पहुंचे थाने, कहा हमारी बच्ची प्रार्थीया को बहलाया जा रहा है
सारंगढ़ न्यूज़/ नगर के आबोहवा में सरसींवा गैंग रेप मामला की चर्चा क्षेत्र के गलियारे में है। पीड़िता के द्वारा उक्त गेम रेप गैंग रेप की शिकायत होने के बाद आज सर सीमा थाने में उक्त मामले में अब नया ट्विस्ट सामने आ चुका है और शिकवा शिकायत और विवादों के दौर पर बेचारी पुलिस बीच में पीस कर रह जा रही है। पीड़िता महिला का कहना है कि – 4 दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपी थी, जिस ज्ञापन में उसके साथ गैंग रेप होने की बात कहीं।
सीक्वेंस के बाद आज सरसीवा थाने में पीड़िता की माता और गांव वाले बड़ी संख्या में एकत्रित होकर पीड़िता को बरगलाने और बदलते का बयान दिए वही आप लग रहे नगर पंचायत अध्यक्ष ने भी आवेदन देकर उक्त मामले से अपना किनारा कर लिया कहीं ना कहीं पूरी तरह से गैंगरेप का मामला विवादास्पद और अनसुलझा नजर आ रहा है।
सूत्रों से मेरी जानकारी के अनुसार पीड़िता ने अपने आवेदन में यह भी कहा की मेरे साथ गैंग रेप करने वालों का नाम का खुलासा मैं न्यायालय में ही करुंगी। उसके बाद नाम का खुलासा कैसे हुआ । उक्त प्रकरण पर हवा का रुख , आमजन की चर्चा के तहत सुभाष जालान, सीईओ जपं प्रतीक प्रधान, सहकारिता सीईओ माखन सिंह कंवर और समिति प्रबंधक मोतीलाल प्रधान का नाम सुनने में आ रहा है। इतर सच्चाई कुछ और बयां कर रही है। जिस पर ध्यान देना निहायत जरूरी है ।
सच क्या है ? क्या यह सच नहीं है कि – प्रार्थीया और उसके पति गोपी टंडन के बीच 2 साल से कोई संबंध नहीं है , यह एक दूसरे से अलग रहते हैं , सामाजिक रूप से इनका तलाक हो चुका है । क्या यह सच नहीं है कि – 2 वर्ष पूर्व प्रार्थी अपने पति के खिलाफ सरसींवा थाना में अपराध पंजीबद्ध करवाई थी, जिस आवेदन के आधार पर प्रार्थी के पति गोपी टंडन पर धारा 151 लगा गिरफ्तार किया गया था । क्या यह भी सच है कि – सहकारिता सीईओ माखन सिंह कंवर द्वारा आठ माह पूर्व थाना में एक आवेदन दिया गया था कि – जिसमें प्रार्थीया के द्वारा बलात्कार प्रकरण में फंसाने की धमकी दी गई थी। क्या यह भी सच है पूर्व में दो उप अभियंता को भी सेक्स स्कैंडल में फंसा कर मामला रफा-दफा किया गया था । क्या यह भी सच है घटना दिनांक को सुभाष जालान जांजगीर बैठक में थे वही प्रतीक प्रधान जिला प्रशासन के सारंगढ़ मशाल यात्रा में थे । क्या यह भी सच है कि – अपराध पंजीबद्ध होने और डाक्टरी मुलाहिजा होने से पूर्व आवेदिका द्वारा बच्चेदानी निकलवा दिया गया था। सच-सच होता है, क्या इसे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से जोड़ा जा सकता है। क्या गोपी टंडन को नौकरी से निकाल दिए जाने के बाद नौकरी लगाने के नाम पर यह कोई साज़िश तो नहीं ।
सच्चाई को करीब से जानने के लिए पत्रकार भरत अग्रवाल, श्रमजीवी पत्रकार संघ जिलाध्यक्ष गोल्डी नायक, वरिष्ठ पत्रकार राजेश यादव, रामकिशोर दुबे, मिलाप बरेठा, ओमकार केसरवानी, इंद्रजीत मेहर और दर्जन भर पत्रकार सरसींवा थाना 11 बजे पहुंचे जहां सैकड़ो की भीड़ एकत्र थी, भीड़ के बारे में जब जानकारी ली गई तो पता चला की उक्त भीड़ में सेक्स स्कैंडल की प्रार्थीया की मां उसके पड़ोसी महिला, पुरुष और युवा ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे। जिसमें यह बात खुलकर सामने आई कि – गोपी टंडन का चरित्र उज्जवल नहीं है । वह गुंडा है और जो प्रार्थी के मां फुलबाई को धमकी दिया है कि – इस मामले में अगर किसी को कुछ कहोगी तो तुम्हारे खिलाफ कानूनी कार्यवाही के साथ मारपीट की जाएगी ।
प्रार्थीया की मां फूलबाई ने बताया कि – गोपी टंडन के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई है । वही उसके पड़ोसियों ने इस बात की जानकारी दी कि – अगर तुम सब इस मामले में राजनीति करते हो या सच्चाई बताते हो तो तुम सब लोगों को जान से मरवा दिया जाएगा । जब तक पुलिस इस विषय पर संज्ञान लेकर दूध का दूध और पानी का पानी नहीं करती तब तक इस विषय पर कुछ कहना अर्थात पानी में डंडा पीटने की तरह से होगा ।
इस मामले में इस सत्य को भी झूठलाया नहीं जा सकता कि – इस क्षेत्र में कुछ सेक्स वर्कर सक्रिय है , जो देह व्यापार में संलग्न हो उच्च अधिकारी , बड़े नेता, मालदार पार्टी , प्रतिष्ठित नागरिकों को फंसाने का काम करती है और लंबी रकम की मांग करती है । लंबी रकम नहीं मिलने की स्थिति में उनके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करवाती है । जैसे पूर्व में दो उप अभियंता के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध हुआ था व न्यायालय में बयान बदलकर मोटी रकम ली गई थी ।
खैर गैंग के मामले में प्रार्थना की माता का थाना परिसर में मीडिया को खुले मंच से दिया गया बयान कहीं ना कहीं शिकायतों के पुलिंदे में किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रही है इस पर प्रशासन को सूक्ष्मता व गंभीरता से जांच परक कर आगे की कार्यवाही करने की जरूरत है।