प्रवीण ऋषि के मंगल प्रवेश से जैन समाज में दिखा उत्साह, सादगी के साथ मनाया उत्सव
श्री लालगंगा पटवा भवन में सात दिवसीय शिविर की शुरुआत
रायपुर । अर्हम विज्जा प्रणेता उपाध्याय प्रवर प्रवीण ऋषि म.सा. का शुक्रवार को टैगोर नगर स्थित श्री लालगंगा पटवा भवन में मंगल प्रवेश हुआ। रायपुर में गुरुदेव की यह पहली यात्रा है जिस वजह से सकल जैन समाज में उनके आगमन से उत्साह है। हालांकि, बढ़ते कोविड संक्रमण को देखते हुए उनके मंगल प्रवेश का उत्सव सादगी के साथ मनाया गया। बाजे-गाजे के साथ शोभायात्रा निकालने के बजाय समाज ने सादगी से जुलूस निकालकर गुरु भगवंत का स्वागत किया।
रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने स्वागत भाषण की शुरुआत कार्यक्रम संयोजक पूर्व मंत्री राजेश मूणत को धन्यवाद देते हुए की। उन्होंने कहा कि राजेश मूणत के सहयोग से ही आज हम रायपुर में इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर पाए हैं। उन्होंने कहा, सही राह की तलाश में हम न जाने कहां-कहां भटकते रहते हैं। ये हमारा परम सौभाग्य है कि परम पूज्य गुरुदेव श्री प्रवीण ऋषि म.सा. आज खुद चलकर हमारे पास आए हैं। घर-व्यापार की समस्या हो या व्यक्तित्व विकास की, 27 जनवरी तक हर दिन शिविर में भाग लेंगे तो जरूर आपकी सारी समस्याओं का समाधान होगा। उल्लेखनीय है कि परम पूज्य प्रवीण ऋषि म. सा. सुबह टाटीबंध से विहार करते हुए सदर जैन मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने परम पूज्या संत प्रमुखा साध्वी मनोरंजनाश्री, साध्वी सुभद्राश्री, साध्वी शुभंकराश्री आदि ठाणा से मुलाकात की और मंगल पाठ किया। सदर जैन मंदिर में उनके स्वागत के लिए श्री ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया, कार्यकारी अध्यक्ष अभय भंसाली, जयकुमार बैद, राजेंद्र गोलछा, उज्जवल झाबक, तेरापंथ संघ के महेंद्र धाड़ीवाल समेत समेत सभी पदाधिकारी ने मौजूद थे। यहां से गुरुदेव विवेकानंद नगर जैन मंदिर पहुंचे जहां स्थानीय जैन समाज के अध्यक्ष पुखराज मुणोत, श्यामसुंदर बैदमुथा, सुरेश बरड़िया आदि ने गुरु भगवंत की अगुवानी की। यहां भी मंगल पाठ करने के बाद गुरुदेव ने टैगोर नगर में मंगल प्रवेश किया। यहां उनके स्वागत मे जैन समाज के समस्त श्रीसंघों के पदाधिकारी उपस्थित थे। रायपुर श्रमण संघ ने सहयोग के लिए सकल जैन समाज का आभार माना है।
जीवन में गिफ्ट देने वाले भी मिलेंगे और लिफ्ट देने वाले भी, उड़ने के लिए पंख सिर्फ महावीर देंगे : प्रवीण ऋषि
पटवा भवन में सात दिवसीय शिविर की शुरुआत करते हुए संत प्रवीण ऋषि ने कहा, आज हर काम ऑटोमेटिक हो रहा है। बटन दबाइए और गाड़ी चालू हो जाती है। पता नहीं इंसान ही क्यों धक्के खाए बिना कुछ नहीं समझता। क्यों इंसान को इतने धक्के खाने की आदत पड़ गई है। धक्के पर ही चलते रहेंगे तो पता नहीं कौन किधर धक्का दे दे। परम सौभाग्य होगा तो ही श्रीकृष्ण धक्का देकर आपके जीवन को सही रास्ते पर लाएंगे वरना दुनिया में शकुनि भी कम नहीं है। यदि शकुनि ने धक्का दिया तो बचना मुश्किल हो जाएगा। समय है। संभल जाइए। उन्होंने कहा, जीवन में गिफ्ट देने वाले भी बहुत मिलेंगे और लिफ्ट देने वाले भी। लेकिन जीवन में उड़ान भरने के लिए पंख और आसमान केवल भगवान महावीर ही दे सकते हैं। हम अक्सर कहते हैं कि प्रभु तेरी वाणी को जन-जन तक पहुंचाएंगे। क्या आपने कभी अपने अड़ोस-पड़ोस के घर में भी पता किया है कि वहां महावीर की वाणी पहुंची या नहीं। यदि जन-जन तक महावीर की वाणी पहुंच गई होती तो आज दुनिया का नक्शा ही कुछ और होता।
भले आपके पास दौलत बहुत हो पर दुनिया को धन नहीं आपके भगवान की जरूरत है :
गुरुदेव ने कहा, हो सकता है कि आपके पास बहुत दौलत है और आप उन पैसों से बहुत सेवा भी करते हैं, लेकिन आज दुनिया को आपके धन से ज्यादा आपके भगवान की जरूरत है। दुनिया को शाकाहार का सूत्र जैन धर्म ने दिया है। हाल ही में मैने एक खबर पढ़ी कि यूके में जनवरी में 20 लाख लोग वीगन यानी शाकाहारी बने हैं। क्या आपने कभी यह सोचा कि हमारे देश में नए साल पर कितने लोग शराबी बन जाते हैं। रायपुर रमें ही हर वर्ष कितने नॉन वेजिटेरियन होटलें खुलती हैं। मम्मन सेठ नहीं शालीभद्र बनिए। खुद भी धर्म का पालन करिए और दूसरों को भी प्रेरित करिए। याद रखिए कि दुनिया को तीर्थंकर सिर्फ आप दे सकते हैं। इस सदी के सबसे अच्छे दार्शनिक चिंतक ओशो ने कहा था, 20-21वीं सदी के सामने केवल दो ही ऑप्शन हैं। या तो महावीर को चुन ले या महाविनाश के लिए तैयार रहे। महावीर को नहीं चुना तो महाविशान से कोई बचा नहीं सकता। ये महावीर तो हमारे पास हैं। दुर्भाग्य देखिए कि क्या हम आज की अपनी युवा पीढ़ी तक भी उस महावीर को पहुंचा पा रहे हैं?
27 तक हर दिन ये कार्यक्रम :
27 जनवरी तक रोज सुबह 8 से 9 बजे तक ब्लिसफुल कपल, 9.15 से 10.15 बजे तक प्रवचन, दोपहर 1 से 2 बजे तक बच्चों के लिए व्यक्तित्व विकास कार्यशाला, 2 से 3 तक वीमंस एंड गर्ल्स इंपावरमेंट कार्यक्रम होगा। रात 9 से 10 बजे तक गुरु भगवंत मोटिवेशनल स्पीच देंगे। इसमें किसी भी जाति-धर्म के लोग हिस्सा ले सकेंगे।