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रायगढ़ का युवक उड़ाएगा फाईटर प्लेन: होनहर युवक का NDA में हुआ चयन, कहा- देश की सेवा करने वालों में अब मेरा भी नाम होगा

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रायगढ़ का होनहर युवक जनवरी 2025 को ज्वाईनिंग करेंगे

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के जिंदल हील व्यू काॅलोनी में रहने वाला होनहर युवक अक्षज दत्त शर्मा अब आने वाले समय में देश के लिए फाईटर प्लेन उड़ाएगा। देशभर से 6 लाख बच्चों ने NDA की परीक्षा दी थी। उनका रैंक 32वां रहा।

साथ ही NDA (नेशनल डिफेंस एकाडमी) में चयन होने वाले वे प्रदेश भर के इकलौते युवक हैं। जो आने वाले समय में अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद देश के लिए फाईटर प्लेन उड़ाएंगे और उनका कहना है कि देश की सेवा करने वालों में अब उनका भी नाम शामिल होगा।

अक्षज दत्त शर्मा के साथ उनके माता पिता व भाई

अक्षज दत्त शर्मा के साथ उनके माता पिता व भाई

आरआईएमसी में इंट्रेस एग्जाम से हुआ चयन दैनिक भास्कर की टीम ने आज उनसे बात की और जाना कि आखिर वे किस कड़ी मेहनत के साथ इस मुकाम पर पहुंचे हैं। ऐसे में अक्षज दत्त शर्मा ने बताया कि 7वीं कक्षा तक वे रायगढ़ के ओपी जिंदल स्कूल में पढ़ाई किए। उसके बाद RIMC (राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज) में इंट्रेन्स एग्जाम के माध्यम से उनका चयन हुआ।

अक्षज ने अपनी मेहनत से 30वां रैंक हासिल किया

अक्षज ने अपनी मेहनत से 30वां रैंक हासिल किया

देशभर में उनका 32 वां रैंक रहा जिसमें रिर्टन, इंटरव्यू और फिर मेडिकल एग्जाम हुआ। जिसमें पांच साल के बाद जब 12वीं कम्पलीट हुआ, तो अक्षज ने एनडीए रिर्टन एग्जाम दिया। जब एनडीएम रिर्टन में सफलता मिली तो 5 दिन के लिए अक्षज एसएसबी इंटरव्यू के लिए गए। जिसमें उनका रैंक 32 आया।

माता-पिता ने अक्षज को पढ़ाई व आने बढ़ने के लिए काफी मोटिवेट किया

माता-पिता ने अक्षज को पढ़ाई व आने बढ़ने के लिए काफी मोटिवेट किया

बचपन से फ्लाईंग का शौक अक्षज का कहना है कि उन्हें पूरा विश्वास था कि वे सलेक्ट हो जाएंगे। क्योंकि उन्होंने काफी मेहनत किया और पैरेंट्स का काफी सपोर्ट मिला। ऐसे में उनका कहना है कि उन्हें यह जानकर काफी खुशी हो रही है कि अब वे भी उनमें से हांेगे, जो फाईटर प्लेन उड़ाते हैं। अक्षज ने बताया कि उन्हें बचपन से ही फ्लांईंग का शौक था।

पैरेट्ंस ने किया मोटिवेट अक्षज के परिजन उसे लगातार इसके लिए मोटिवेट करते थे और उसे बचपन से ही एयर फोर्स के साथ ही उसकी पढ़ाई व तैयारियों को लेकर बताते थे। ऐसे में देश के लिए कुछ बड़ा करने के लिए अक्षज को उनके परिजनों से प्रेरणा मिली और घर का हर व्यक्ति अक्षज की इस उपलब्धि से काफी उत्साहित है।

बच्चे का बेस मजबूत होना चाहिए अक्षज का मानना है कि बच्चों की तैयारी एकदम नीचले क्लास से होती है। क्योंकि जब तक बेस मजबूत नहीं होगा, आगे की पढ़ाई का कोई मतलब नहीं है। इसलिए अक्षज के परिजनों ने उसकी तैयारी छोटे क्लास से शुरू कर दी थी। ऐसे में आरआईएमसी के लिए तैयारी 6-7 क्लास से शुरू हो गई थी।

पापा मैट्स तो मम्मी इंग्लिस पढ़ाती थी पढ़ाई में अक्षज शुरू से बेहतर थे, लेकिन RIMC से लेकर एनडीए तक के सफर के लिए उन्होंने कोई अलग से प्रोफेश्नल कोचिंग नहीं ली, बल्कि उनके पापा हितेश दत्त शर्मा मैट्स तो अक्षज की मम्मी कविता शर्मा इंग्लिस की पढ़ाई कराते थे। जरूर कुछ समस्या आने पर अक्षज ने टिचर्स का सपोर्ट लिया। बाद में NDA में जब अक्षज का चयन हुआ तो उसका पूरा क्रेडिट वे आरआईएमसी को देते हैं। क्योंकि वहीं सब कुछ जानने व समझने को मिला।

अक्षज को प्रेसिडेंट मैडल भी मिला आरआईएमसी में जो बेस्ट कैडेट होता है। उसे एक तलवार भी दी जाती है जिसे स्वार्ड ऑफ ऑनर कहा जाता है। ऐसे में अक्षज को स्वार्ड ऑफ ऑनर के साथ ही बेहतरीन प्रदर्शन के लिए प्रेसिडेंट्स मैडल भी दिया गया। अब 2025 जनवरी में अक्षज की ज्वाईनिंग हो जाएगी और 3 साल पूणे में ट्रेनिंग के बाद वह फ्लाईट कैडेट कहलाने लगेगा।

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