रेडक्रास के चुनाव में भाजपाईयों का हंगामा, चुनाव स्थगित: सरगुजा रेडक्रास के चुनाव को लेकर बनी विवाद की स्थिति, कांग्रेसियों ने रिटर्निंग अधिकारी को चूड़ियां दिखाई

रेडक्रॉस सोसायटी के चुनाव के दौरान हंगामा, भ्रष्टाचार के आरोपों पर विवाद
सरगुजा जिले की रेडक्रॉस सोसायटी के चुनाव गुरुवार को विवादों के बीच संपन्न हुए। इस दौरान भाजपा समर्थित नेताओं ने वर्तमान संगठन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया और चुनाव प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की।
भ्रष्टाचार के आरोप और हंगामा
भाजपा समर्थित नेताओं ने आरोप लगाया कि रेडक्रॉस सोसायटी के वर्तमान पदाधिकारी संगठन के कामकाज में पारदर्शिता का अभाव रखते हैं और फंड का दुरुपयोग कर रहे हैं। इन आरोपों के साथ उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। नेताओं ने चुनाव प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण और असंवैधानिक बताते हुए इसे रद्द करने की मांग की।
प्रशासन की भूमिका
स्थिति बिगड़ने पर प्रशासन ने हस्तक्षेप किया और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी। हंगामे के बावजूद प्रशासन ने चुनाव प्रक्रिया को जारी रखा और शांति व्यवस्था सुनिश्चित की।
रेडक्रॉस सोसायटी की प्रतिक्रिया
वर्तमान संगठन ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि संगठन का कामकाज पूरी पारदर्शिता के साथ हो रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव निष्पक्ष रूप से कराए जा रहे हैं और हंगामा केवल राजनीति से प्रेरित है।
चुनाव के परिणाम और आगे की योजना
चुनाव परिणाम आने के बाद संगठन की नई टीम के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी। प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और संगठन की गरिमा बनी रहे।
भविष्य के लिए सवाल
इस घटना ने रेडक्रॉस सोसायटी जैसे सामाजिक संगठन में राजनीति और पारदर्शिता के मुद्दों को उजागर किया है। सवाल यह है कि क्या ऐसे विवाद सोसायटी के उद्देश्यों और कामकाज को प्रभावित करेंगे, या संगठन इन समस्याओं से उबर कर बेहतर ढंग से सेवा देने में सक्षम होगा।
गुरूवार को जिला रेडक्रास सोसायटी के प्रबंध समिति के नए चेयरमैन, वाईस चेयरमैन व कोषाध्यक्ष सहित राज्य प्रबंधन समिति के सदस्यों का चुनाव जिला पंचायत के सभाकक्ष में निर्धारित किया गया था। जिला रेडक्रास सोसायटी के वर्तमान चेयरमैन आदित्येश्वर शरण सिंहदेव एक बार फिर से चेयरमैन पद के लिए उम्मीदवार थे। चुनाव के लिए पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव सहित रेडक्रास के सदस्य भी जिला पंचायत सभाकक्ष पहुंचे थे।

कलेक्टर ने जारी की चुनाव स्थगित करने की अधिसूचना
भाजपाइयों का हंगामा, स्थगित हुआ चुनाव सुबह 11.30 बजे चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही भाजपा समर्थित नेता और सदस्य बड़ी संख्या में जिला पंचायत के सभाकक्ष में घुस गए और जमकर हंगामा किया। रेडक्रास सोसायटी के वर्तमान संगठन पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की और आय-व्यय का हिसाब भी मांगते हुए चुनाव प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की। हंगामें को रोकने की कोशिश भी हुई, लेकिन पुलिसकर्मी एवं अधिकारियों के साथ धक्कामुक्की भी हुई।
हंगामें के बीच प्रशासनिक अमले ने हंगामें की सूचना कलेक्टर को दी और कलेक्टर ने चुनाव प्रक्रिया को स्थगित करने के लिए कहा। इसकी जानकारी मिलने पर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस वापस चले गए। हगांमा करने वालों ने चुनाव के लिए तैयार दस्तावेज भी फाड़ दिए।

भाजपाइयों ने कहा- हमारे सदस्य नहीं बनने दिए
भाजपाइयों ने कहा-नहीं बनने दिया सदस्य भाजपा के जिला सह कोषाध्यक्ष अभिषेक शर्मा ने कहा कि रेडक्रास की सदस्यता के लिए करीब 500 लोगों की सूची दी गई थी। डीपीएम ने कहा कि शाम को रसीद कटवा लीजिएगा। 14, 15, 16 दिसंबर को को डीपीएम से संपर्क किया। करीब 20 से 22 सदस्यों की रसीद भाजपाईयों की कटी, बाकि सभी रसीद कांग्रेसियों की कटी। पक्षपातपूर्ण रवैया बना रहे हैं।
कलेक्टर के समक्ष भी आपत्ति की थी, लेकिन डीपीएम झूठ बोल रहे हैं। चुनाव पारदर्शी हो। इसलिए हमने चुनाव प्रक्रिया स्थगित करने की मांग की।

कांग्रेस नेता बोले- हंगामा करने वालों पर FIR दर्ज कराए प्रशासन
कांग्रेसी बोले- शर्मनाक हैै चुनाव का स्थगित करना रेडक्रास सोसायटी के प्रबंध समिति के चेयरमैन एवं कांग्रेस नेता आदितेश्वर शरण सिंहदेव ने कहा कि रेडक्रास का चुनाव था। रेडक्रास के मेंबर्स को आमंत्रित किया गया था। जो लोग रेडक्रास के सदस्य नहीं थे, वे किस अधिकार से सभाकक्ष में घुसे, नारेबाजी की। किस अधिकार से उन्होंने रिटर्निंग आफिसर पर दबाव बनाया, कागज फाड़े।
हमें बताया गया कि हम शांति नहीं बना पाए, इसलिए चुनाव स्थगित कर रहे हैं। हम मांग कर रहे हैं कि जिन लोगों ने हंगामा किया एवं कानून व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ा, जिला प्रशासन उनपर FIR जरूर करे। जिला प्रशासन जिला पंचायत सभाकक्ष में कानून व्यवस्था की स्थिति नहीं बना पाया, यह शर्मनाक है।
कांग्रेसियों का कब्जा, इसलिए हंगामा रेडक्रास सोसायटी के सदस्यों की संख्या में कांग्रेसियों का बहुमत है। भाजपाइयों ने रेडक्रास में फिर से कांग्रेसियों का कब्जा होने की आशंका को देखते हुए जमकर हंगामा किया और चुनाव स्थगित करा दिया। हंगामें के बाद चुनाव स्थगित किया गया तो कांग्रेसियों ने अधिकारियों को चूडियां दिखाई और चूड़ियां पहनने की सलाह दी।