
अस्पताल में चिकित्सा सहायक बनकर छिपा था आरोपी, करोड़ों की ठगी का आरोप
जशपुर पुलिस ने चिट फंड कंपनी के निदेशक दिलीप कुमार साहू को रायपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी एक निजी अस्पताल में चिकित्सा सहायक बनकर छिप रहा था। उस पर जशपुर और अंबिकापुर में निवेशकों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है।
जशपुर के एसपी शशि मोहन सिंह के अनुसार, मामला जुलाई 2013 का है, जब साई दीप फ्यूचर स्टेट डेवलपर इंडिया लिमिटेड ने निवेशकों को रकम दोगुनी करने का लालच देकर लाखों रुपए की ठगी की।
कांसाबेल थाना क्षेत्र के लपई निवासी साईनाथ सिंह की शिकायत पर पुलिस ने कंपनी के पदाधिकारियों के खिलाफ धारा 420, 120(बी) और छत्तीसगढ़ निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 10 के तहत मामला दर्ज किया।
जांच में पता चला कि कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में दिलीप कुमार साहू, नरेश साहू और कालू सिंह वर्मा शामिल थे। इसी कंपनी के खिलाफ अंबिकापुर थाने में भी मामला दर्ज है। पुलिस ने केंद्र सरकार के उद्योग व कंपनी मंत्रालय की वेबसाइट से जानकारी जुटाई और आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
चिट फंड कंपनी के निदेशक दिलीप कुमार साहू को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
पुलिस टीम को बताया कि दिलीप साहू वर्तमान में रायपुर में निवासरत है। नरोत्तम साहू से पुलिस को आरोपित दिलीप का पुराना मोबाइल नंबर भी मिला। इसी मोबाइल नंबर को ट्रैक करते हुए पुलिस ने रायपुर के तेलीबांधा क्षेत्र से पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि 2013 में उसने अपने साथियों के साथ मिल कर कंपनी रजिस्टर कराया था।
उसने बताया कि 2020 में अंबिकापुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। 2021 में जमानत मिलने पर वह जेल से बाहर आ गया था। इसके बाद वह रायपुर के एक नीजि अस्पताल में स्वास्थ्य सहायक के रूप में कार्य कर रहा था। मामले में कार्रवाई करते हुए जशपुर पुलिस ने आरोपित दिलीप साहू को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।