सरकारी भूमि पर धान बोवाई कर अतिक्रमण करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध ग्रामीण ने की शिकायत
सारंगढ़ । शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर फसल लगाने वाले किसानों को इस साल अतिक्रमित जमीन पर फसल लगाना महंगा पड़ सकता है,क्योंकि कुछ वर्ष पूर्व छत्तीसगढ में बहुत नजूल भूमि पर लगे फसल को जप्त कर करवाही किया गया था। वही बता दे की अभी तक ग्रामीण अपने गांवों में सरकारी जमीन को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने के लिए गांव में पंचायती कर मवेशियों से चराते थे, इससे गांवों में विरोध भी होता था, माहौल भी खराब होता है।
अब जनप्रतिनिधियाें को फसल चराने की नौबत नहीं आएगी। कुछ वर्ष पिछले समय में जांजगीर चांपा के कलेक्टर ने सरकारी जमीन में लगाई गई फसल को जब्त करने के निर्देश सभी राजस्व अधिकारियों को दिए थे क्या वैसे अब सारंगढ़ में भी हो सकता है यह देखना बढ़ा दिलचस्प होगी क्योंकि सारंगढ़ में ऐसा बहुत जरूरी है। अगर ऐसा नही हुआ तो शासकीय भूमि का समाप्ति की ओर बढ़ जाना निश्चित है।
जब कोई लिखित शिकायत करता है तो जांच के बाद करवाही तो होना ही रहता है लेकिन तहसiलदार सरकारी भूमि को सुरक्षित रखना चाहता है की बंदर बांट करवाना चाहता है यह जांच के बाद पता चलेता है। वही बहुत पहले से ग्राम सिंघन पुर के निवासी ने जिस जगह को मवेशी चराने के लिए सुरक्षित रखा था इनका और भूमि रोड में चला गया जिन्होंने अपने स्वेक्षा से आधे को रोड में देने की सहमति जताई और जिस जगह पर सैकड़ो वर्षो से पूर्वजों ने मवेशी चराया करते थे
जिस जगह को सुरक्षित महसूस कर रहा था उस भूमि को गांवों के कुछ दबंगों के साथ मिलीभगत कर सरकारी भूमि को दूसरे गांव के व्यक्ति ने डरा,धमका कर बल पूर्वक बेजा लाभ लेने के लिए जबरजस्ती जोताई कर धान बोवाई कर दिया….यह की दूसरे ग्राम पंचायत के व्यक्ति ने बल पूर्वक सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है, और अतिक्रमण करने का नया तरीका अब जमीनों पर जबरजस्ती ट्रेक्टर से जोताई कर धान की फसल भी लगा लिया हैं।
ऐसे लोगों से निपटना पंचायत के पदाधिकारियों के लिए भी चुनौती हो चुका है, ऐसे लोग लंबे समय से काबिज होने का हवाला देकर दूसरों को डरा धमका देते हैं। जिससे गांव में या तो माहौल खराब होता है या फिर दूसरे लोग भी सरकारी जमीन पर कब्जा जमा लेते हैं। इससे गौचर भूमि से लेकर सरकारी प्रयोजन के लिए भी जमीन की कमी पूरे जिले में होने लगी है। वही एक लिखित शिकायत कोसीर तहसील कार्यालय में पहुंचा है जिसमे सारंगढ़ जिले के ग्राम पंचायत सिंघनपुर निवासी मदन किशोर वारे ने अपने आवेदन पत्र पर लिखित शिकायत कोसीर तहसीलदार के समक्ष प्रस्तुत किया है
जिसपर दूसरे ग्राम पंचायत के व्यक्ति धरमलाल चंद्रा निवासी पासिद ने सरकारी भूमि को अतिक्रमण कर धान बोवाई कर बेजा लाभ लेने की मंशा से अतिक्रमण कर लिया वही शिकायतकर्ता ने दो लोगो के नाम पर शिकायत दिया है जिसपर एयोराम वारे निवासी सिंघन पुर और पासीद के व्यक्ति दोनो मिलकर सुरक्षित रखे भूमि पर जबरजस्ती बल पूर्वक कब्जा कर धान बोवाई कर रहा है। वही सरकारी रिकार्ड पर नजूल जमीन का रिकॉर्ड भी प्रस्तुत है।