डॉ दिनेश जांगड़े अजय जवाहर नायक संजय पांडे व सरिता मुरारी नायक जिला पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदार

दिनेश जांगड़े और सरिता मुरारी नायक में भाजपा कर सकती है नाम तय
क्या डॉ दिनेश जांगड़े को विधानसभा टिकट देने के बाद फिर जिपं में भी अध्यक्ष बनने का मौका
सामान्य और पिछड़ा वर्ग को आखिर कब मिलेगा लाभ ?
जिप अध्यक्ष बनने के बाद क्या विधानसभा का टिकट नहीं मागएगे दिनेश जांगड़े ?
सारंगढ़ बिलाईगढ़ न्यूज़/ सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला पंचायत में नवनियुक्त प्रथम अध्यक्ष बनने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कई नेता आतुर हैं वैसे तो जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए भाजपा में जिला पंचायत सदस्य पर्याप्त संख्या में जीतकर आ चुके हैं उनमें डॉक्टर दिनेश जांगड़े का नाम प्रमुखता से है। अब दावेदार कई जिला पंचायत के सदस्यों से संपर्क करना और वोटो की परिक्रमा करना प्रारंभ कर चुके है उनके और उनके समर्थक कई सदस्यों की थाह ले रहे हैं वहीं दूसरी ओर सबसे बड़ा नाम सरिया जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सरिता मुरारी नायक है जो कैबिनेट मंत्री ओपी चौधरी के नजदीकियों में से जाने जाते हैं। पिछड़ा वर्ग से ही युवा मोर्चा के नेता अजय जवाहर नायक की दावेदारी को पुख्ता माना जा रहा है वहीं सामान्य सीट होने की वजह से जिले के मुख्यालय से उभरता हुआ नाम संजय भूषण पांडे का भी है जिसकी चर्चा आम जनता में खास है की संजय पांडे के अध्यक्ष बनने से कहीं ना कहीं दो बार से विधानसभा में शिकस्त खाई हुई भाजपा को जीत की बूटी मिल जाएगी और जिला मुख्यालय में भाजपा के नेता एकजुट भी होंगे। ओपी चौधरी के कहने पर कहीं ना कहीं सारंगढ़ की जनता ने 11000 से भी अधिक मतों से संजय पांडे को चुनाव जिताया है और फिर जनपद अध्यक्ष रहने के अनुभव के साथ-साथ संजय पांडे सुलझे हुए सशक्त चर्चित नेता जाने जाते है और उनकी दावेदारी इसलिए भी मजबूत बनती है कि उन्होंने सीधे-सीधे कांग्रेस के नींव को हिला कर रख दिया जो 15 वर्षों में भाजपा नहीं कर पाई और जिला कांग्रेस के अध्यक्ष अरुण मालाकार को करारी शिकस्त दी, जैसा की मंत्री और भाजपा के नेताओं ने उम्मीद जताई थी।
चर्चा के बाजार पर यदि गौर करें तो आम जनता और भाजपा के कई कार्यकर्ताओं में यह चर्चा है कि क्या डॉक्टर दिनेश जांगड़े को विधानसभा की टिकट देने के बाद जमीनी कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर फिर से उन्हें अध्यक्ष का ताज सौंपा जाएगा ? क्या सामान्य सीट में एससी वर्ग का वर्चस्व बना रहेगा ? जनता के अनुरूप भारतीय जनता पार्टी यदि फैसला लेती है की जिस आस में जनता ने एक तरफ़ा मतदान किया है अगर उसी तर्ज पर अध्यक्ष का चुनाव होता है तो आने वाला विधान सभा चुनाव में यह निश्चित रूप से कांग्रेस के गढ़ को भेदने में एक मजबूत फैसला होगा।