पूर्व विधायक प्रकाश नायक पर FIR: आरोपों को बताया झूठा, बोले- CCTV से होगा सच उजागर
धान खरीदी केंद्र में हंगामा: पूर्व विधायक समेत 8 पर FIR, प्रकाश नायक ने आरोपों को बताया निराधार
रायगढ़।
रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लॉक के ग्राम छिछोर उमरिया स्थित धान खरीदी केंद्र में हुए हंगामे का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना के संबंध में रायगढ़ के पूर्व कांग्रेस विधायक प्रकाश नायक और उनके आठ समर्थकों के खिलाफ पुसौर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि नायक और उनके समर्थकों ने शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई।
क्या है मामला?
धान खरीदी केंद्र में कथित रूप से विवाद उस समय शुरू हुआ, जब कुछ किसान अपनी समस्याओं को लेकर प्रशासन से चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान पूर्व विधायक प्रकाश नायक और उनके समर्थकों पर वहां उपस्थित अधिकारियों के कार्य में बाधा डालने और माहौल को बिगाड़ने का आरोप लगाया गया। पुसौर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है।
प्रकाश नायक ने दी सफाई
पूर्व विधायक प्रकाश नायक ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि वे और उनके समर्थक केवल किसानों की समस्याओं को लेकर केंद्र में गए थे। उनका कहना है कि न तो उन्होंने किसी कार्य में बाधा डाली और न ही कोई अनुचित कदम उठाया।
नायक ने यह भी दावा किया कि घटना के दौरान हुई पूरी गतिविधि का CCTV फुटेज मौजूद है, जो सच्चाई को उजागर करेगा। उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा, “सभी आरोप निराधार हैं। CCTV फुटेज से साबित होगा कि हमने किसी तरह का कानून नहीं तोड़ा। यह सिर्फ हमारे खिलाफ दुष्प्रचार है।”
पुलिस की कार्रवाई
पुसौर पुलिस ने प्रकाश नायक और उनके आठ समर्थकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच जारी है, और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक हलचल तेज
इस घटना के बाद रायगढ़ जिले में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। कांग्रेस और विपक्षी दलों के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। नायक समर्थकों का कहना है कि यह उनके नेता को बदनाम करने की साजिश है, जबकि विरोधियों ने मामले की कड़ी निंदा करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।
आगे की राह
इस प्रकरण ने न केवल प्रशासन बल्कि स्थानीय राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। अब सबकी निगाहें पुलिस जांच और CCTV फुटेज पर हैं, जो सच्चाई को सामने लाने में अहम भूमिका निभाएंगे।