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बरमकेला नगर पंचायत चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी का दबदबा, कांग्रेस-भाजपा की रणनीति पर भारी पड़ी थानेश्वरी राका नायक की चुनावी फील्डिंग

बरमकेला। बरमकेला नगर पंचायत चुनाव के लिए प्रचार का शोर शनिवार शाम 5 बजे थम गया। अब प्रत्याशियों की रणनीति और जमीनी फील्डिंग पर चुनावी नतीजों की दिशा निर्भर करेगी। इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के दावेदारों को निर्दलीय प्रत्याशी थानेश्वरी राका नायक (गिलास छाप) कड़ी चुनौती देती नजर आ रही हैं।

निर्दलीय प्रत्याशी की जबरदस्त रणनीति और सटीक मैनेजमेंट

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि थानेश्वरी राका नायक की मजबूत चुनावी रणनीति और प्रभावशाली जनसंपर्क ने कांग्रेस और भाजपा के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी सत्यभामा नायक, भाजपा की सीता नायक और निर्दलीय बांसुरी छाप से सविता नायक भी पूरी ताकत के साथ मैदान में डटी हुई हैं।

निर्दलीय उम्मीदवारों पर जनता का भरोसा बरकरार

गौरतलब है कि बरमकेला नगर पंचायत में पूर्व में भी जनता ने भाजपा और कांग्रेस को नकारते हुए निर्दलीय प्रत्याशी को विजयी बनाया था। इस बार भी जनता का रुझान निर्दलीय उम्मीदवार की ओर झुका हुआ दिखाई दे रहा है। सटीक प्रबंधन और दमदार जमीनी पकड़ के चलते थानेश्वरी राका नायक जनता के बीच अपनी मजबूत पकड़ बना चुकी हैं।

चुनाव का नतीजा बना रहस्य, जनता के मूड को भांपना मुश्किल

बरमकेला के इस चुनावी मुकाबले को बेहद रोचक और रहस्यमय माना जा रहा है। यहां की जनता के मूड को भांप पाना राजनीतिक पंडितों के लिए भी आसान नहीं है। चुनावी विश्लेषकों के पूर्वानुमान भी कई बार यहां के परिणामों के आगे फेल साबित हुए हैं।

नगर पंचायत की जनता कई प्रत्याशियों के कार्यकाल को परख चुकी है और इस बार ऐसे प्रतिनिधि की तलाश में है, जो जमीनी स्तर पर विकास कार्यों को प्राथमिकता दे सके। कौन जीतेगा और कौन हारेगा, इसका फैसला जनता के वोट से होगा, लेकिन फिलहाल चुनावी फिजा में निर्दलीय प्रत्याशी का असर साफ देखा जा सकता है।

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