CHHATTISGARHSARANGARH

सारंगढ़ विधायक श्रीमति उत्तरी गनपत जांगड़े ने बाबा बैजनाथ धाम की यात्रा कर , देवघर में स्थित एक प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग में जलाभिषेक कर अपने विधान सभा क्षेंत्र वासियों के लिए सुखद जीवन यापन की कामना

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सारंगढ़ विधानसभा के लोकप्रिय विधायक उत्तरी गनपत जांगड़े ने सावन के पवित्र माह में एक महत्वपूर्ण यात्रा की। अपने परिवार के साथ, उन्होंने बाबा बैजनाथ धाम, जो कि देवघर में स्थित एक प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग है, का दौरा किया। यह यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान थी बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व की भी थी।

देवघर, झारखंड में स्थित बाबा बैजनाथ धाम, हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र स्थान है। यहाँ पर हर साल हजारों भक्त आकर बाबा बैजनाथ के दर्शन करते हैं और जलाभिषेक करके अपने जीवन की सुख-शांति की कामना करते हैं। सावन के महीने में, जो कि हिन्दू कैलेंडर के अनुसार एक विशेष महत्व रखता है, इस स्थान की आस्था और भी बढ़ जाती है। यह समय भक्तों के लिए भगवान शिव की आराधना और पूजा का होता है।

उत्तरी गनपत जांगड़े ने इस अवसर पर अपनी भक्ति और श्रद्धा को प्रकट करते हुए बाबा बैजनाथ के ज्योतिर्लिंग पर जलाभिषेक किया। उन्होंने इस पूजा के माध्यम से केवल अपनी व्यक्तिगत भक्ति को ही नहीं, बल्कि अपने क्षेत्र सारंगढ़ के सभी निवासियों की सुख-समृद्धि की कामना भी की।

उनकी यह यात्रा केवल धार्मिक नहीं थी, बल्कि यह क्षेत्रीय एकता और सामाजिक समर्पण का प्रतीक भी थी। जब कोई नेता अपने क्षेत्र के लोगों के लिए शुभकामनाएँ और आशीर्वाद मांगने के लिए इस प्रकार की यात्रा करता है, तो यह क्षेत्रवासियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन जाता है। विधायक की इस यात्रा ने न केवल धार्मिक भावनाओं को बल दिया, बल्कि यह भी दर्शाया कि वे अपने क्षेत्रवासियों के प्रति कितने समर्पित हैं।

उत्तरी गनपत जांगड़े के इस कदम से उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोगों में एक सकारात्मक संदेश गया। उनके द्वारा की गई इस यात्रा ने यह स्पष्ट किया कि वे अपने क्षेत्रवासियों के सुख और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान और यात्रा क्षेत्रीय विकास के साथ-साथ सामाजिक समरसता को भी बढ़ावा देते हैं।

इस यात्रा के दौरान, विधायक ने स्थानीय जनता से भी मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। यह भी दर्शाता है कि उनका उद्देश्य केवल धार्मिक कर्मकांड तक सीमित नहीं है, बल्कि वे क्षेत्रीय विकास और सामाजिक कल्याण के प्रति भी अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेते हैं।

इस प्रकार की धार्मिक यात्राएँ और अनुष्ठान भारतीय समाज में परंपराओं और संस्कृति के प्रति सम्मान को दर्शाते हैं। साथ ही, ये नेताओं को अपने क्षेत्र के लोगों से जोड़ने और उनके साथ एक गहरा संबंध स्थापित करने का अवसर प्रदान करते हैं। विधायक उत्तरी गनपत जांगड़े की यह यात्रा इस बात का प्रमाण है कि एक नेता अपने क्षेत्रवासियों के प्रति अपनी भक्ति और समर्पण को किस प्रकार प्रकट कर सकता है।

इस यात्रा ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि धार्मिक और सामाजिक कृत्यों के माध्यम से भी समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। जब एक नेता इस तरह की धार्मिक यात्रा करता है, तो यह न केवल एक व्यक्तिगत अनुभव होता है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन जाता है।

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