बाइक सवार चार बदमाशों ने कार में सवार फैमिली पर किया जानलेवा हमला
“प्रखरआवाज@न्यूज”
भटगांव थाना क्षेत्र में अपराधियों के हौसले बुलंद
अपराधियों पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहे है भटगांव थाना प्रभारी
भटगांव :- भटगांव थाना क्षेत्र में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं जिस पर लगाम लगा पाना अब भटगांव थाना प्रभारी अमृत भार्गव के लिए चुनौती बना हुआ है । लगातार क्षेत्र में अवैध गतिविधियां जुआ, सट्टा और अवैध शराब की बिक्री संचालित हो रहा है। जिसकी वजह से कई बड़ी घटनाएं क्षेत्र में होती जा रही है क्षेत्र के लोगों में कानून व्यवस्था को लेकर डर बना हुआ है यही कारण है कि भटगांव थाना में थाना प्रभारी तथा कई आरक्षकों का सालों से स्थानांतरण नहीं हुआ है जिससे क्षेत्र के अवैध कार्य में संलिप्त अपराधियों के हौसले अब धीरे-धीरे बुलंद होते जा रहे हैं भटगांव थाने को नए थाना प्रभारी की आवश्यकता है ताकि अवैध काम करने वाले लोगों के ऊपर कड़ी कार्रवाई किया जा सके । मंगलवार शाम को भटगांव थाना अंतर्गत देवसागर में मेले का आयोजन किया गया था जहां सरसीवा निवासी जांगड़े परिवार अपने वाहन में मेला देखकर लौट रहे थे इसी दौरान एक मोटरसाइकिल में चार लोग सवार थे जो शराब का सेवन किए हुए बताया जा रहा है जिससे ओवरटेक करने के बाद मोटरसाइकिल सवार लोग आक्रोशित हो गए और कार में बैठे फैमिली के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया और कार के शीशे को पत्थर और ईट से मार कर तोड़फोड़ किया है। इस पूरे घटना का वीडियो भी सामने आया है। हालाकि इस मामले में भटगांव थाने में चारों अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है लेकिन वीडियो में आरोपियों को साफ देखे जाने के बाद भी आरोपीयों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो पाई है। जिससे भटगांव थाने के ऊपर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। वही सूत्रों के अनुसार मंगलवार को देवसागर मेला मे पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था ठीक नही थी साथ ही सूत्रों से पता चला है कि पुलिस द्वारा मेले में अवैध वसूली भी किया जा रहा था। हालाकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाया है। वही कल हुए घटना से साबित हो रहा है कि पुलिस प्रशासन का अवैध शराब कोचियो को खुला सरंक्षण मिला रहा है अब देखने वाली बात होगी की बिलाईगढ़ एसडीओपी विजय ठाकुर और सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला के पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा क्या कुछ कार्यवाही करते है। इस पर भटगांव नगर में अब चर्चाएं जोरों से चल रही है।
भटगांव नगर और आस पास के ढाबों में दिन दहाड़े होती है शराब बिक्री
आपको बता दें कि भटगांव नगर के कई मोहल्ले के साथ आसपास के ढाबों में दिनदहाड़े अवैध शराब की बिक्री की जाती है ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी भटगांव पुलिस को नहीं है लेकिन दिखावे की कार्रवाई कर खाना पूर्ति किया जाता है। जिससे क्षेत्र में यह भी चर्चा का विषय है कि अवैध कार्य करने वाले लोगों को भटगांव थाना प्रभारी के द्वारा खुले आम संरक्षण दिया जा रहा है। जिले के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा ने सभी थाना प्रभारी को अवैध गतिविधियों में संलग्न अपराधियों पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं लेकिन भटगांव क्षेत्र में इससे विपरीत कार्य थाना प्रभारी के द्वारा किया जा रहा है। भटगांव थाना में अवैध शराब बिक्री करने वालों पर जरूर कार्यवाही किया जा रहा है लेकिन जो थाने में पैसे देने के लिए असक्षम है उन्ही पर ही कार्यवाही किया जा रहा है बाकी स्थान पर सेटिंग का खेल चल रहा है।
बहुचर्चित चोरी, लूट समेत कई केश अब भी है पेंडिंग
भटगांव थाना अंतर्गत भटगांव नगर में 10 लाख से अधिक की चोरी का पुलिस ने अब तक खुलासा नहीं कर पाया इसके साथ ही गिरवानी गांव के एक गरीब किसान जो की जिला सहकारी बैंक से पैसे निकाल कर एक दुकान के पास सामान लेने के लिए गया था जिसके साइकिल में रखे 49 हजार अज्ञात लुटेरों के द्वारा मोटरसाइकिल में आकर लूट कर ले गए जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है इसके बावजूद भी इस मामले पर अब तक आरोपियों को पुलिस ने पकड़ नहीं पाया। जिससे साफ जाहिर होता है कि भटगांव पुलिस आरोपियों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। जिसकी वजह से क्षेत्र में कानून व्यवस्था भी बिगड़ रही है निश्चित ही अब भटगांव क्षेत्र को नए थाना प्रभारी की आवश्यकता है जो कानून व्यवस्था के साथ-साथ अवैध कार्यों में संलिप्त लोगों पर कड़ी कार्यवाही करें और क्षेत्र के लोगों को कानून पर पुनः विश्वास करने पर जोर दे ।
क्या कहते है जानकर और वरिष्ठ नागरीकगण
जब हमने भटगांव क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों और जानकारों से इस संबंध में चर्चा किया तब उनका कहना है कि 5 से 6 माह से अधिक समय तक थाने में अगर एक ही थाना प्रभारी निरंतर कार्य कर रहे हैं और थाना प्रभारी के साथ आरक्षकों का कई वर्षो से स्थानांतरण भी नहीं हो रहा है तो निश्चित ही कई प्रकार के आपराधिक गतिविधियां होना आम बात है क्योंकि बहुत से अवैध गतिविधियों में संलिप्त अपराधियों के द्वारा थाने के लोगों के साथ साठ- गाठ कर लिया जाता है और ऐसे में अवैध सट्टा, जुआ और शराब के साथ अवैध गतिविधियों पर लगाम लगा पाना पुलिस के लिए कठिन साबित होता है ।