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भाजपा प्रत्याशी के साथ जिला अधिकारी के वीडियो वायरल का सच,,,,,

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“प्रखरआवाज@न्यूज”

अघरिया भवन के साफ-सफाई के दरमियान अघरिया बंधुओ से साहू धर्मशाला कार्यक्रम से निकलकर स्वयं मिलने पहुंचे थे बीजेपी प्रत्याशी राठिया

वर्तमान डीईओ है अघरिया समाज से जो सामाजिक कार्य में पहले से उपस्थित

फोटो में भाजपा के अलावा कांग्रेस और अघरिया समाज के पदाधिकारी भी आ रहे हैं नजर

सारंगढ़ बिलाईगढ़ न्यूज़/ सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में नव पदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी को लेकर इन दिनों विवादों का दौर गर्म है। भाजपा प्रत्याशी के साथ जिला अधिकारी की फोटो का वीडियो वायरल का सच और साजिशों का दौर खुलकर सामने आ गया है। जिला शिक्षा अधिकारी के पदस्थापना के दिन ही उनका विरोध होना, कहीं ना कहीं राजनीतिक षड्यंत्र और पुरानी द्वेष का मामला भी नजर आता है। पूर्व विवादों के लंबे अंतराल के बाद जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में एल पी पटेल ने पदभार ग्रहण किया पदभार ग्रहण करने के पहले वह इसी जिले सरसीवा में पदस्थ थे लेकिन उनका तब विरोध नहीं हुआ। एकाएक जिला शिक्षा अधिकारी के पद स्थापना आदेश के बाद पुराने विवादों का हवाला देते कुछ युवाओं ने उनका विरोध किया। सूत्रों की माने तो यह वही हुआ है जो उनके प्रचार्य रहते पड़ी हुई फीस वसूली के मामले में उनका विरोध किए थे और उसे समय उन्हीं के पार्टी के नेता जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष और पदाधिकारी थे।

गौरतलब हो की जिला शिक्षा अधिकारी का नियुक्ति आदेश भाजपा शासन में ही निकला और अपने ही शासन के आदेश के विरोध में युवा नेता लाम बंद हुए। वर्तमान में भाजपा नेता और लोकसभा के प्रत्याशी राधेश्याम राठीया का साहू धर्मशाला में सम्मेलन आहुत था साहू धर्मशाला के सड़क के दूसरी ओर अघरिया धर्मशाला है, जहां अघरिया समाज के तमाम पदाधिकारी सामाजिक कार्य में व्यस्त थे, कार्यक्रम के पश्चात भाजपा प्रत्याशी अघरिया भवन के बाहर खड़े समाज के तमाम लोगों से मुलाकात की, जिसका वीडियो भी बना। जिसमें अघरिया समाज के प्रतिष्ठित जन वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी एल पी पटेल भी नजर आए। जिसे लेकर अब तरह – तरह की चर्चाएं और आरोप प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ हो गया है। स्थानीय और सामाजिक होने के नाते अपने ही घर में यदि कोई मेहमान मिलने आए तो भला उसका क्या किया जा सकता है और अर्थ लगाने वाले तो कुछ भी अर्थ लगा सकते हैं।

दूसरी और राजनीतिक नजरिए से देखे तो उक्त मामले में हद तो तब हो जाती है जब भाजपा के शासन के आदेश का विरोध खुद भाजपा के कार्यकर्ता सड़कों पर बैठकर करते हैं। चुनाव के समय में अपने ही पार्टी को घेरने में लगे भाजपा नेता की हरकतों का कांग्रेसी जमकर मजा ले रहे हैं और उन्हें सारंगढ़ में भाजपा प्रत्याशी की लुटिया डूबती हुई नजर आ रही है क्योंकि बीजेपी का चुनाव से पूर्व जब यह हाल है तो चुनाव के बाद क्या हाल होगा यह जन चर्चा का विषय बना है।

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