रायगढ़ लोस के मतदाताओं को मेनका ने लुभाया या राधेश्याम भाए
“प्रखरआवाज@न्यूज”
दोनों के तकदीर का फ़ैसला आज ईवीएम में होगा कैद
मतदाताओं के मन में मेनका या राधेश्याम
मतदाताओं ने बना लिया है अपना पूरा मन
शाम 6 के बाद सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा ईवीएम मशीन में बंद
सारंगढ़ न्यूज़/ रायगढ़ लोकसभा सीट को लेकर मतदाताओं ने अपना पूरा मन बना लिया। उन्होंने मेनका या राधे श्याम के नाम पर बटन दबाने का मन तो बना लिया है अब देखना यह है कि रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं को मेनका ने निभाया है या फिर उन्हें राधेश्याम भाए। भाजपा के लिए यह एक सम्मान बचाने वाली सीट है तो कांग्रेस के लिए यह सीट नई ताकत और ऊर्जा का संचार कर सकती है। एक तरफ पुरुष प्रत्याशी है तो एक तरफ महिला प्रत्याशी। कांग्रेस अपने पांच न्याय योजना के साथ महालक्ष्मी योजना की गारंटी पर चुनाव लड़ रही है तो भाजपा पीएम मोदी के चेहरे पर दाव लगा रही है। रायगढ़ लोकसभा सीट से जशपुर और रायगढ़ जिले में चार-चार विधान सभा की सीटे भाजपा और कांग्रेस के पास है। दोनों राष्ट्रीय संगठन के पार्टि जबरदस्त रणनीति के साथ मैदान में उतरे है तो उनके कार्यकर्ता इस चिलचिलाती धूप में चुनावी मैदान में जमकर पसीना बहा रहे हैं। कोई एक दूसरे से कम नहीं है। सारंगढ़ विधान सभा सीट से स्थानीय प्रत्याशी का मुद्दा भाजपा पर भारी पड़ सकता है वहीं भाजपा पर पूर्व सांसदों के कार्यकाल को लेकर भी जमकर चर्चा है, जिसके कारण प्रत्याशी का चेहरा बदला गया और जो जन चर्चा का विषय बना है। कांग्रेस की बात की जाए तो लगभग 25 वर्षों के बाद सारंगढ़ क्षेत्र से प्रत्याशी चुना गया है जिस पर सब की नजर है। वैसे भाजपा ने कांग्रेस के मजबूत संगठन में जोड़ तोड़ कर सेंधमारी करने में कहीं भी चुक नहीं की और कई कांग्रेसी नेताओं का भाजपा प्रवेश कराया है। जिसे बीजेपी अपना एडवांटेज मानकर चल रही है। लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी प्रत्याशियों ने अपना दम खम दिखाया और जमकर मेहनत की और इस चिल चिल्लाते धूप में जमकर पसीना बहाया लेकिन फिर भी इन्हें चूनने का निर्णय जनता के हाथों में है जो आज मतदान कर इसका फैसला करेगी। शाम के 6:00 बजे के बाद सभी प्रत्याशियों के भाग्य ईवीएम मशीन में बंद हो जाएंगे। अब देखना यह है की जनता जनार्दन का क्या निर्णय आता है?