टीका लगाने के बाद ढाई महीने के बच्चे की मौत: सूरजपुर में टीकाकरण के बाद आया था बुखार, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

सूरजपुर में टीकाकरण के बाद नवजात की मौत
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में टीकाकरण के बाद बुखार आने से नवजात बच्चे की मौत हो गई। दंपति का यह पहला बच्चा था। परिजनों ने स्वास्थ्य अमले पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं, सीएमएचओ ने कहा कि, मामले की जांच के लिए स्वास्थ्य टीम गांव में भेजी
जानकारी के मुताबिक, सूरजपुर के रामानुजनगर ब्लॉक के ग्राम परसु रामपुर निवासी धनेश के ढाई महीने के बेटे प्रियांशु को शुक्रवार को गांव में टीका लगाया गया था। प्रियांशु की मां शीतल ने बताया कि, बच्चे को टीका लगाने के बाद एक सिरप दिया गया था। बच्चे को बुखार आने पर सिरप पिलाने कहा गया था।

परिजनों ने स्वास्थ्य अमले पर लगाया लापरवाही का आरोप।
नहीं उतरा बुखार, हो गई मौत
बच्चे की मां शीतल ने बताया कि, टीका लगने के कुछ घंटे बाद से प्रियांशु को तेज बुखार आया। बच्चे को सिरप देने के बाद भी बुखार नहीं उतरा, तो उसने मितानिन से संपर्क कर बुखार नहीं उतरने की जानकारी दी। मितानिन ने सिरप देने के मामले में पूछा और ठंडे पानी से सिकाई करने के लिए कहा।
शीतल ने बताया कि, बच्चे का बुखार नहीं उतरा और रविवार सुबह 6 बजे उसकी मौत हो गई। बच्चे के परिजनों ने मामले की शिकायत रामानुजनगर थाने में की है और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
CMHO बोले- जांच के बाद स्पष्ट होगा कारण
सूरजपुर CMHO डॉ. कपिल पैकरा ने बताया कि, बच्चे के मौत की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य टीम को जांच के लिए भेजा गया है। जांच के बाद ही कारणों का पता चल सकेगा। गांव में शुक्रवार को मृत बच्चे के साथ अन्य बच्चों का टीकाकरण किया गया था। अन्य बच्चे स्वस्थ हैं। अन्य बच्चों के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
दो महीने पहले सरगुजा में हुई थी मौत
बता दें कि, करीब दो महीने पहले सरगुजा जिले के मैनपाट में टीकाकरण के बाद ढाई माह के बच्चे की मौत हो गई थी। बच्चे को टीका लगने के बाद तेज बुखार आया था। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया कि, बच्चे की श्वास नली में दूध फंसने के कारण बच्चे की मौत हो गई थी।