छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव: चाय बेचने वाले कार्यकर्ता को मिला महापौर पद का टिकट
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव 2025 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सभी 10 नगर निगमों के महापौर पद के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इन घोषणाओं में सबसे खास रायगढ़ नगर निगम का मामला रहा, जहां पार्टी ने चाय बेचने वाले एक समर्पित कार्यकर्ता जयवर्धन चौहान को महापौर प्रत्याशी बनाया है।
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रायगढ़ नगर निगम से जयवर्धन चौहान को प्रत्याशी घोषित किया गया है। वे पिछले 29 वर्षों से भाजपा से जुड़े हुए हैं और चाय बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। उनकी इस संघर्षपूर्ण यात्रा और समर्पण को देखते हुए पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है। इस संबंध में प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि जयवर्धन चौहान एक जमीनी कार्यकर्ता हैं और वर्षों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं।
10 नगर निगमों के प्रत्याशी घोषित
बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के 10 नगर निगमों के महापौर पद के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी की है, जिसमें रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा और अंबिकापुर में महिला प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है। पार्टी ने इस चुनाव में 50 प्रतिशत सीटों पर महिला प्रत्याशियों को मौका देकर एक नई रणनीति अपनाई है।
घोषित प्रत्याशियों की सूची इस प्रकार है:
- रायपुर नगर निगम – मीनल चौबे (महिला सीट)
- दुर्ग नगर निगम – अलका बाघमार (महिला सीट)
- राजनांदगांव नगर निगम – मधुसूदन यादव
- धमतरी नगर निगम – जगदीश रामू रोहरा
- जगदलपुर नगर निगम – संजय पांडे
- रायगढ़ नगर निगम – जयवर्धन चौहान
- कोरबा नगर निगम – संजू देवी राजपूत
- बिलासपुर नगर निगम – पूजा विधानी
- अंबिकापुर नगर निगम – मंजूषा भगत
- चिरमिरी नगर निगम – राम नरेश राय
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सभी प्रत्याशियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मोदी सरकार की गारंटी को सफलतापूर्वक लागू करने से भारतीय जनता पार्टी को व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है।
महिलाओं को मिला खास मौका
भाजपा ने इस बार महिला उम्मीदवारों को विशेष प्राथमिकता दी है। रायपुर, दुर्ग और कोरबा महिला आरक्षित सीटें थीं, जबकि बिलासपुर और अंबिकापुर में पार्टी ने स्वेच्छा से महिला प्रत्याशियों को अवसर दिया। पार्टी की इस रणनीति को प्रदेश में लागू महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं के बीच बढ़ती लोकप्रियता से जोड़ा जा रहा है। सरकार द्वारा इस योजना के तहत करीब 70 लाख महिलाओं के बैंक खातों में हर महीने राशि भेजी जा रही है।
भाजपा ने नगरीय निकाय चुनाव में महिला मतदाताओं को साधने के लिए अपनी रणनीति बनाई है, क्योंकि प्रदेश में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों की तुलना में अधिक है।
भाजपा की इस घोषणा के बाद चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है और सभी प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्रों में प्रचार अभियान शुरू कर चुके हैं।