गोल्ड स्मगलिंग रैकेट पर ED की बड़ी कार्रवाई: रायपुर में 3.76 करोड़ की संपत्ति अटैच, अरब देशों से लाया जा रहा था सोना

रायपुर : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय सोना तस्करी गिरोह पर बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर ज़ोन के तहत संचालित सिंडिकेट से जुड़े सचिन केदार और पुरुषोत्तम कावले की करीब 3.76 करोड़ रुपये की संपत्ति को अस्थायी रूप से अटैच किया है। यह कार्रवाई कस्टम एक्ट 1962 की धारा 135 के तहत दर्ज मामले में की गई।
ईडी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि अरब देशों से अवैध सोना भारत लाया जा रहा था, जिसे लखनऊ के रास्ते होते हुए रायपुर में खपाने की योजना थी। इस नेटवर्क का भंडाफोड़ तब हुआ जब राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने सोना ला रहे कैरियर्स को पकड़ा। पूछताछ में खुलासा हुआ कि रायपुर इस पूरे रैकेट का प्रमुख केंद्र था।
जांच में सामने आया कि सचिन केदार, मास्टरमाइंड विजय बैद उर्फ विक्की के निर्देश पर कोलकाता, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, नागपुर और मुंबई में अवैध विदेशी सोने की तस्करी कर रहा था। यह सोना बांग्लादेश सीमा के रास्ते भारत लाया गया था। इसके बाद इसे रायपुर के कई बड़े ज्वेलर्स जैसे –
सुनील कुमार जैन (सहेली ज्वेलर्स)
प्रकाश सांखला (नवकर ज्वेलर्स)
सुमित ज्वेलर्स,
सागर ज्वेलर्स,
धीरज बैद,
और पुरुषोत्तम कावले को बेचा गया।
गौरतलब है कि जांच एजेंसी पिछले डेढ़ साल से इस गिरोह से जुड़े लोगों के कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है।
ईडी का कहना है कि अब तक की जांच में तस्करी के जरिए देश में लाए गए विदेशी सोने और चांदी की कीमत लगभग 260.97 करोड़ रुपये आंकी गई है। इनमें से अभी तक 64.4 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है और आगे की कार्रवाई जारी है।