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कलेक्टोरेट के खनिज शाखा में लगी आग,कई अहम दस्तावेज और उपकरण जले

कार्यालय के कई महत्त्वपूर्ण दस्तावेज जल गए हैं। शार्ट सर्किट से देर रात आग लगने की संभावना है। अच्छी बात यह रही कि दूसरे विभागों के कमरों तक आग नहीं पहुंची अन्यथा बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।बलरामपुर का खनिज विभाग भी कार्यशैली को लेकर चर्चाओं में रहता है। जिले में दर्जनों क्रशर नियम विरुद्ध तरीके से संचालित है।

अंबिकापुर। जिला मुख्यालय बलरामपुर के कलेक्टोरेट कंपोजिट बिल्डिंग स्थित खनिज शाखा में आग लग गई। आग का पता सुबह उस समय चला जब कंपोजिट बिल्डिंग में रात्रिकालीन सुरक्षा करने वाले कर्मचारी सोकर उठे। खनिज शाखा से धुआं उठता देख उन्होंने अधिकारियों के साथ फायर ब्रिग्रेड को सूचना दी। ततपरता से आग बुझाने का काम शुरू कर दिया गया था लेकिन जब तक आग पर काबू पाया जाता तब तक खनिज शाखा के रिकार्ड रूम एवं स्थापना शाखा में रखे दस्तावेज ,कंप्यूटर,अलमारी जलकर खाक हो गए थे।

कई अहम दस्तावेज और उपकरण जले

पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन में रेत के अवैध कारोबार के लिए भी बलरामपुर जिला सुर्खियों में था।जिले के नदी-नालों से अवैध तरीके से रेत उत्खनन कर नियम विरुद्ध भंडारण तथा ऊंचे दर पर उत्तर प्रदेश बेचने की शिकायतों पर जांच व कार्रवाई तक नहीं हुई थी। उन सब के बीच खनिज शाखा में आग लग गई। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के बलरामपुर स्थित कलेक्टोरेट कार्यालय के कंपोजिट बिल्डिंग में स्थित खनिज शाखा से सुबह करीब 5.30 बजे धुआं निकलता देख इसकी सूचना अधिकारियों एवं फायर ब्रिगेड के अमले को दी गई। फायर ब्रिगेड के दल ने कार्यालय के दो कमरों में लगी आग पर काबू पा लिया।

आग लगने का कारण शार्ट सर्किट

आग की चपेट में सामने के दो कमरे आए है। इनमें रिकार्ड रूम एवं स्थापना शाखा के दस्तावेज जले है।लेखा संबंधित दस्तावेज, कम्प्यूटर, अलमारी भी जल चुकी है। एकाध अलमारी में रखे कुछ दस्तावेजों को सुरक्षित बचा लिया गया है। कार्यालय के अधिकारी- कर्मचारी साफ-सफाई व कार्यालय को व्यवस्थित करने के काम में लग गए है। एसडीएम अमित श्रीवास्तव ने कहा की कलेक्टोरेट के कर्मचारियों द्वारा सुबह जानकारी दी गई कि आग लग गई है। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट हो सकता है। आग पर काबू पा लिया गया है। जांच के बाद ही आग लगने के कारणों एवं नुकसान का पता चल सकेगा।

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