जलाएं मिट्टी के दीयें ताकि गरीबों के घर भी दीपावली मनें – सतीश

सारंगढ़। दीपावली के शुभ अवसर पर समाजसेवी सतीश यादव द्वारा एक अनूठी पहल की गई, जिसमें स्थानीय कुम्हारों द्वारा निर्मित मिट्टी के दीये खरीदकर उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों में वितरित किया गया । इस अभियान के तहत इन परिवारों को दीयों के साथ तेल, बाती एवं मिष्ठान भी प्रदान किए गए, ताकि – उनकी दीपावली उल्लासमय हो सके। सतीश यादव ने लोगों से अपील की कि – वे चाइनीज झालर इलेक्ट्रॉनिक दीयों के जगह देशी कुम्हारों द्वारा बनाए गए मिट्टी के दीये खरीदें । सतीश ने यह भी कहा कि – चाइनीज सजावटी सामानों से न केवल हमारी अर्थव्यवस्था को नुकसान होता है, बल्कि इससे पर्यावरण भी दूषित होता है। हमें अपने पारंपरिक हस्त शिल्प को समर्थन देवें और मिट्टी के दीयों से अपने घरों को रोशन कर उन कुम्हारों की दीपावली को भी यादगार बनाएं , जो दिन रात मेहनत करके ये दीये तैयार करते हैं।
इस मुहिम को समर्थन देते हुए मिट्टी के दीए उजियारा हर द्वार अभियान की शुरु वात की है । इस अभियान के तहत प्रत्येक दिन स्थानीय मिट्टी के कारीगर की संघर्ष गाथा, उनके सपनों प्रेरणा दायक संदेशों को प्रकाशित किया जाए, ताकि – समाज में स्वदेशी उत्पादों के प्रति जागरूकता फैलें दीपावली केवल रोशनी का पर्व नहीं साझा उत्सव का प्रतीक है। जब हर घर मिट्टी के दीयों से सजेगा, तब असल दीपावली का प्रकाश दूर – दराज़ के घरों तक पहुंचेगा।




