अडानी समूह : इस वर्ष भारतीय कॉर्पोरेट जगत में सबसे तेज वृद्धि का प्रतीक

भारतीय उद्योग जगत में गौतम अडानी के नेतृत्व वाला अडानी समूह इस साल सबसे तेजी से बढ़ने वाले भारतीय ब्रांड के रूप में उभरा है। हालिया आंकड़ों और रिपोर्टों से पता चलता है कि समूह ने वित्त वर्ष 2024-25 में असाधारण प्रदर्शन किया है, जिसमें रिकॉर्डतोड़ राजस्व, लाभ और बाजार मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
ब्रांड फाइनेंस की 2025 की नवीनतम रैंकिंग के अनुसार, अडानी समूह के ब्रांड मूल्य में लगभग 80% की जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई है। कंपनी का ब्रांड मूल्य साढ़े तीन अरब डॉलर से बढ़कर 6.46 अरब डॉलर हो गया है। इस शानदार वृद्धि ने समूह को भारतीय ब्रांडों की सूची में 16वें स्थान से सीधे 13वें स्थान पर पहुंचा दिया है, जो इसकी बढ़ती ताकत और बाजार में मजबूत पकड़ को दर्शाता है।
वित्त वर्ष 2024-25 अडानी समूह के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ है। समूह का EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई) 8.2% बढ़कर 89,806 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो अब तक का सबसे अधिक वार्षिक EBITDA है। समूह ने ₹1.26 लाख करोड़ का रिकॉर्ड पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) भी दर्ज किया है, जो बुनियादी ढांचे के विकास के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इसके अलावा, समूह का शुद्ध लाभ (Net Profit) 40,565 करोड़ रुपये रहा और परिचालन से नकदी प्रवाह (Cash Flow from Operations) में 13.6% की बढ़ोतरी के साथ 66,527 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इन मजबूत वित्तीय आंकड़ों ने समूह की कर्ज वहन क्षमता और परिसंपत्ति गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार किया है। समूह ने वित्त वर्ष 2025 के अंत में अपनी सकल संपत्ति का मूल्य बढ़कर ₹4,72,572 करोड़ कर लिया है, जबकि शुद्ध संपत्ति में 25% की वृद्धि दर्ज की गई है।
अडानी समूह लगातार अपने विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में विस्तार कर रहा है। ऊर्जा, बंदरगाह, हवाई अड्डे और रियल एस्टेट जैसे प्रमुख क्षेत्रों में समूह ने बड़े पैमाने पर निवेश की योजना बनाई है। हाल ही में, अडानी पोर्ट्स ने नए LPG कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट के लिए मंजूरी मांगी है, जो देश भर में ऊर्जा लॉजिस्टिक्स और वितरण में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है।
समूह का लक्ष्य 2030 तक 100 गीगावॉट बिजली क्षमता स्थापित करना है, जो भारत के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और वैश्विक प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए 100 अरब डॉलर की निवेश योजना का हिस्सा है। मुंबई में धारावी पुनर्विकास परियोजना (डीआरपी) जैसी परिवर्तनकारी परियोजनाएं भी समूह के पोर्टफोलियो में शामिल हैं, जो लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की क्षमता रखती हैं।
शेयरों में दिखी तेजी
बाजार में अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में भी हाल के दिनों में तेजी देखी गई है। अडानी टोटल गैस और अडानी पावर जैसी कंपनियों के शेयरों में उल्लेखनीय उछाल दर्ज किया गया है, जो निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। जियो-बीपी के साथ ईंधन संबंधी डील ने अडानी टोटल गैस के शेयरों को बढ़ावा दिया है, जबकि अडानी पावर के शेयरों में भी उच्च ट्रेडिंग वॉल्यूम के साथ तेजी आई है।
कुल मिलाकर, अडानी समूह ने इस वित्तीय वर्ष में अपनी मजबूत वृद्धि और वित्तीय प्रदर्शन के साथ भारतीय कॉर्पोरेट परिदृश्य में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है। बुनियादी ढांचे के विकास और नई परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर निवेश की उसकी योजनाएं आने वाले वर्षों में भी उसकी विकास यात्रा को जारी रखने का संकेत देती हैं।