
डिलीवरी एजेंट बनकर कॉल किया, स्टार 21 हैश (#21#) डायल कराई और अकाउंट हैक कर मांगे पैसे
व्हाट्सएप हैक कर परिचितों से ठगे 46 हजार रुपये
सारंगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ बीएमओ डॉ. आर.एल. सिदार की पुत्री गरिमा सिदार साइबर ठगी का शिकार हो गई। किसी अज्ञात साइबर ठग ने उनका व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर परिचितों से 46 हजार रुपये की ठगी कर ली। मामले में सिटी कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 318, 319 तथा IT एक्ट की धाराएं 66(क), 66(ग), 66(घ) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।
‘डिलीवरी एजेंट’ बनकर किया कॉल, #21# डायल कराई और अकाउंट हैक
मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता गरिमा सिदार, कुशलनगर रायगढ़ रोड, सारंगढ़ की निवासी हैं। उन्होंने बताया कि 9 जून को दोपहर 3:50 बजे उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाला खुद को ‘ब्लू डार्ट डिलीवरी एजेंट’ बता रहा था और कहा कि पता ढूंढने में दिक्कत हो रही है। उसने स्टार 21 स्टार हैश (#21#) डायल कर बात करने को कहा।
व्हाट्सएप हुआ ऑटोमैटिक लॉगआउट, हैकर ने शुरू किया फ्रॉड
जैसे ही पीड़िता ने यह कोड डायल किया, उनका व्हाट्सएप अकाउंट अपने आप लॉगआउट हो गया। कुछ ही मिनटों के भीतर उनके परिचितों के पास उनके नंबर से मैसेज आने लगे, जिनमें UPI नंबर पर पैसों की मांग की गई थी।
दो ट्रांजेक्शन में पीड़िता की मित्र ने भेजे 46,000 रुपये
गरिमा की मित्र सृष्टि को उनके हैक हुए व्हाट्सएप नंबर से मैसेज मिला, जिसमें देवेन्द्र सिंह नामक व्यक्ति के UPI नंबर पर पैसे भेजने को कहा गया। सृष्टि ने भरोसे में आकर पहले 20,000 और फिर 26,000 रुपये कुल 46,000 रुपये गूगल पे के माध्यम से भेज दिए।
कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया अपराध, जांच जारी
ठगी की जानकारी मिलने पर पीड़िता ने सिटी कोतवाली सारंगढ़ में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात हैकर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
👉 साइबर सुरक्षा सलाह:
साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के कॉल्स से सावधान रहें। #21# जैसे कोड डायल करने से कॉल/मैसेज फॉरवर्डिंग एक्टिवेट हो जाती है, जिससे हैकर आपके अकाउंट को एक्सेस कर सकते हैं। किसी भी अज्ञात लिंक, कॉल या कोड को बिना पुष्टि के न खोलें।