सोनम का ‘हनीमून प्लान’ निकला मर्डर प्लान! मेघालय हत्याकांड में चौंकाने वाले 5 बड़े खुलासे

मेघालय हत्याकांड में हर दिन सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। राजा रघुवंशी की रहस्यमयी मौत के मामले में जैसे-जैसे पुलिस जांच आगे बढ़ रही है, वैवाहिक रिश्ते की आड़ में रची गई साजिश की परतें खुलती जा रही हैं। अब तक की जांच में जो पांच बड़े खुलासे सामने आए हैं, उन्होंने इस मर्डर मिस्ट्री को पूरी तरह पलट कर रख दिया है—
1. सोनम ने खुद बुक किए थे हनीमून के टिकट
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि सोनम ने मेघालय ट्रिप की पूरी योजना खुद बनाई थी। पति राजा के साथ हनीमून मनाने के नाम पर वह मेघालय गई थी, लेकिन यह यात्रा दरअसल एक प्री-प्लांड मर्डर मिशन था। ट्रैवल बुकिंग से लेकर लोकेशन के चयन तक सब कुछ पहले से तय था।
2. राज कुशवाहा से प्रेम-संबंध और हत्या की साजिश
सोनम का इंदौर के रहने वाले राज कुशवाहा से लंबे समय से प्रेम-संबंध था। पुलिस के अनुसार, दोनों ने मिलकर राजा रघुवंशी को रास्ते से हटाने की साजिश रची। इस सिलसिले में राज कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया गया है और दोनों के बीच हुई कॉल्स, चैट्स और लोकेशन डाटा की गहन जांच की जा रही है।
3. राजा की मौत के बाद सोनम का रहस्यमय व्यवहार
राजा की मौत के बाद सोनम के बर्ताव ने पुलिस को शक की दिशा में मोड़ा:
उसने राजा के गायब होने की खबर परिवार को नहीं दी।
खुद पूरी तरह सुरक्षित रही, जबकि राजा की मौत हो चुकी थी।
मेघालय से उत्तर प्रदेश गुपचुप तरीके से लौट आई।
गाजीपुर में पहचान छुपाकर रह रही थी।
मीडिया और पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद वह सामने नहीं आई।
4. गाइड की गवाही से टूटा केस का ताला
मामले में नया मोड़ तब आया जब एक लोकल टूरिस्ट गाइड ने बयान दिया कि घटना वाले दिन दंपति के साथ तीन अनजान युवक और थे। इस गवाही ने जांच को नया मोड़ दिया और पुलिस को सुपारी किलिंग के एंगल की पुष्टि में मदद मिली।
5. राजा की लाश की पहचान टैटू से हुई
राजा रघुवंशी का शव 2 जून को मेघालय के वेईसावडॉन्ग झरने के पास खाई में मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने हत्या की पुष्टि की। शव की पहचान उसके हाथ पर बने ‘राजा’ नाम के टैटू से हुई। इसके बाद सोनम की भूमिका पर पुलिस का शक और गहरा हो गया।
चार गिरफ्तार, साजिश का पर्दाफाश
अब तक इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को शक है कि सोनम ने ही प्रेमी और भाड़े के हत्यारों के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया। हनीमून के नाम पर ले जाया गया पति, खुद अपनी मौत का टिकट लेकर मेघालय पहुंचा — और वहां से सिर्फ उसकी लाश लौटी।