सारंगढ़ में डीएमएफ शासी परिषद की बैठक संपन्न, विकास योजनाओं पर हुआ मंथन

पेयजल, स्वास्थ्य, रोजगार, शिक्षा सहित अन्य प्राथमिक क्षेत्रों में खर्च होगा डीएमएफ फंड
सारंगढ़ बिलाईगढ़ में डीएमएफ की पहली बैठक का आयोजन
सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में जिला खनिज संस्थान न्यास (DMF) की शासी परिषद की पहली बैठक कलेक्टोरेट सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में पेयजल, स्वास्थ्य, रोजगार, शिक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में विकास योजनाओं पर चर्चा कर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई।
🔹 सांसदों, विधायकों और जनप्रतिनिधियों ने दिए बहुमूल्य सुझाव
बैठक में रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया, जांजगीर-चांपा सांसद कमलेश जांगड़े, सारंगढ़ विधायक उतरी जांगड़े, बिलाईगढ़ विधायक कविता लहरे, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय भूषण पांडेय सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने अपने-अपने क्षेत्र की जरूरतों के अनुसार सुझाव दिए।
🔹 प्राथमिकताओं में शामिल रहेंगे स्वास्थ्य, शिक्षा और पेयजल के प्रोजेक्ट
सांसद राधेश्याम राठिया ने स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, सामुदायिक जल प्रदाय जैसे कार्यों को प्राथमिकता देने की बात कही। वहीं जांजगीर सांसद ने विद्युत व्यवस्था और जल जीवन मिशन की गुणवत्ता पर ज़ोर दिया। सारंगढ़ विधायक ने कॉलेजों के जीर्णोद्धार और कार्यालयों की मरम्मत के सुझाव दिए।
🔹 बिलाईगढ़ क्षेत्र में पुल, उद्यान और कृषि उत्पादन पर भी जोर
बिलाईगढ़ विधायक कविता लहरे ने ग्राम धाराशिव में पुल निर्माण की मांग की। जिला पंचायत अध्यक्ष ने लाइब्रेरी, स्वसहायता समूहों को रोजगार, जलाशयों में रेस्ट हाउस निर्माण और बासी भोजन पर नियंत्रण जैसे मुद्दे उठाए।
🔹 बरमकेला में डेम, ब्लड स्टोरेज और पर्यावरण की दिशा में सुझाव
उपाध्यक्ष अजय नायक ने किंकारी डेम के रेस्ट हाउस मरम्मत, बरमकेला में ब्लड स्टोरेज यूनिट स्थापना और पर्यावरण विभाग से क्रेशर अनुमतियों की जांच की मांग रखी।
🔹 डीएमएफ राशि का नियमानुसार उपयोग सुनिश्चित होगा – कलेक्टर
कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने कहा कि यह पहली डीएमएफ बैठक है और खनन प्रभावित क्षेत्रों के लिए 60% राशि पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास पर और 40% राशि सिंचाई, अधोसंरचना, सांस्कृतिक विकास पर खर्च की जाएगी। उन्होंने जिले में विभिन्न विभागों की स्थापना और स्थायी कार्यालय संचालन की बात भी कही।