छत्तीसगढ़ में 26 करोड़ की टैक्स चोरी का पर्दाफाश: रायपुर के लोहा व्यापारी अमन अग्रवाल गिरफ्तार, फर्जी कंपनियों से लेन-देन का खुलासा

छत्तीसगढ़ में टैक्स चोरी के एक बड़े घोटाले का भंडाफोड़ हुआ है। रायपुर स्थित स्टेट GST विभाग ने 26 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) घोटाले में लोहा कारोबारी अमन अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। यह राज्य में GST विभाग द्वारा की गई पहली गिरफ्तारी मानी जा रही है।
144 करोड़ की फर्जी खरीद, 26 करोड़ का टैक्स नुकसान
विभागीय सूत्रों के अनुसार, आरोपी अमन अग्रवाल ने 2023 से 2025 के बीच 144 करोड़ रुपये की फर्जी खरीद दर्शाई। इसके लिए उसने बोगस फर्मों का इस्तेमाल किया और इनपुट टैक्स क्रेडिट का फायदा लेकर उसे अन्य व्यापारियों को पास ऑन किया। इस प्रक्रिया से सरकार को करीब 26 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
इन बोगस फर्मों का किया इस्तेमाल:
हुसैनी इंटरप्राइजेस
धन लक्ष्मी इंटरप्राइजेस
महावीर इंटरप्राइजेस
यूनिक इंटरप्राइजेस
अंसारी ट्रेडर्स
विनायक वेंचर्स
ललित ट्रेडलिंक
अगस्त्य इंटरप्राइजेस
इन फर्मों के नाम पर की गई लेन-देन को जब विभाग ने ट्रैक किया तो सामने आया कि इनकी कोई वास्तविक गतिविधि नहीं थी और इनका संचालन कागजों पर ही किया जा रहा था।
मृत व्यक्ति के नाम से किया व्यापार
जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य भी सामने आया कि आरोपी ने 2010 में मृत हो चुके व्यक्ति के नाम से भी 2013 और 2015 में कारोबार दिखाया। यह दर्शाता है कि फर्जीवाड़ा सुनियोजित और विस्तारपूर्वक किया गया था।
GST विभाग की त्वरित कार्रवाई
GST विभाग की विशेष टीम ने आरोपी को हिरासत में लेकर गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी की। अमन अग्रवाल को जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि इस गिरफ्तारी के साथ ही राज्य के इतिहास में GST के तहत यह पहली बड़ी कानूनी कार्रवाई है।
जांच में और नाम आने की संभावना
विभाग फिलहाल अन्य बोगस फर्मों और व्यापारियों की भूमिका की गहन जांच कर रहा है। अधिकारियों का मानना है कि इस रैकेट में कई और कारोबारी शामिल हो सकते हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
विभाग की अपील
GST विभाग ने सभी कारोबारियों से अपील की है कि वे लेन-देन में पारदर्शिता बनाए रखें और किसी भी फर्जीवाड़े से बचें। विभाग जल्द ही इस तरह की धोखाधड़ी रोकने के लिए डिजिटल ट्रैकिंग और एआई आधारित निगरानी प्रणाली को और मजबूत करेगा।